New Delhi:
तिब्बती धर्मगुरू 17वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजी के मठ से करीब सात करोड़ रुपये की विदेशी और भारतीय मुद्रा बरामद होने के बाद उनसे पूछताछ में पुलिस ने 50 सवाल पूछे। करमापा ने सभी आरोपों से इंकार करते हुए कहा है कि यह राशि दुनियाभर के उनके अनुयायियों ने दी है। ऊना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक केजी कपूर के नेतृत्व में पुलिस के एक दल ने रविवार को करमापा से पूछताछ की इससे पहले शुक्रवार को भी उनसे पूछताछ की गई थी। कपूर ने कहा, "करमापा से 50 सवाल पूछे गए और उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि बरामद की गई रकम अनुयायियों द्वारा दी गई है।" उन्होंने कहा, "हम उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हैं और उनसे दोबारा पूछताछ की जा सकती है।" इससे पहले शनिवार रात को करमापा के न्यास के साथ कथित तौर पर एक जमीन का सौदा करने वाले धर्मशाला के एक होटल कारोबारी केपी भारद्वाज और हरियाणा के एक बैंक के प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया। उन्हें करमापा लामा के मठ से बरामद की गई सात करोड़ रुपये की विदेशी और भारतीय मुद्रा के संबंध में पूछताछ के लिए ऊना लाया गया। पुलिस महानिरीक्षक पीएल ठाकुर ने इससे पहले कहा था कि करमापा से पूछताछ के दौरान वह इस रकम के स्रोत का पता लगाने की कोशिश करेंगे। मठ से बरामद की गई कुल रकम में सबसे ज्यादा 70 लाख रुपये कीमत की चीनी मुद्रा युआन है। युआन की बरामदगी से करमापा के कथित रूप से चीन से किसी तरह के संबंध होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। वह तिब्बत के ल्हासा से जनवरी 2000 में इस मठ में रहस्मय तरीके से आए थे। करमापा ने चीन से किसी तरह का संबंध होने से इनकार किया है।
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