
केरल के मलप्पुरम जिले के एक स्कूल में बच्चे बहुत ही अलग तरीके से पढ़ाई का अनुभव ले रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन क्लासेज का सहारा ले रहे बच्चों के लिए पढ़ाई बोझिल न हो, इसके लिए जिले के AEM AUP स्कूल के सोशल साइंस टीचर ने ऑनलाइन क्लासेज़ में ऑगमेंटेड रियलिटी (Augmented Reality) यानी आभासी वास्तविकता तकनीक का सहारा लिया है. अब पढ़ाई करते वक्त इन बच्चों के सामने कभी कोई एस्ट्रोनॉट हवा में प्रकट हो जाता है तो कभी असली दिखने वाला हाथी.
AEM AUP स्कूल के सोशल साइंस टीचर श्याम वेंगलूर ने अपने क्लास में ऑगमेंटेड रियलिटी का सहारा लिया है. इस अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे श्याम वेंगलूर का कहना है कि वो बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने न्यूज़ एजेंसी ANI को बताया कि 'पूरी सिस्टम तैयार करने में दो महीने लगे. ऑनलाइन क्लासेज़ बहुत बोरिंग थीं और उनमें थोड़ा कुछ अलग से करने की जरूरत थी.'
अब उनके स्कूल में किंडरगार्टन के बच्चे क्लासेज़ के दौरान अपने टीचर के बगल में हवा में अचानक से प्रकट होने वाले जानवरों, गैलेक्सी, ग्रह जैसी दिलचस्प चीजों को देखकर ज्यादा उत्साहित होते हैं. वेंगलूर की कक्षा हिट रही है और अब पूरे राज्य भर से कई स्कूलों और टीचरों ने उनसे इस संबंध में मदद मांगी है.
वेंगलूर ने इसके लिए ग्रीन स्क्रीन, GIF इमेज और कई सारे ऐप्स का इस्तेमाल किया है और उन्होंने ऑगमेंडेट रियलिटी तैयार करने के लिए सुपरइंपोज़िंग ग्राफिक्स, ऑडियो और सेंसर उपकरणों की मदद ली है. AR तकनीक में कंप्यूटर से बनाई गई किसी इमेज को वास्तविक दुनिया में इंसानी दृष्टि के हिसाब से सुपरइंपोज़ किया जाता है, जिससे उस इमेज को कंपोजिट व्यू में देखा जा सकता है.
1 जून को केरल ने अपना इस साल के शैक्षणिक सत्र के लिए 'First Bell' के नाम से ऑनलाइन क्लासेज शुरू किया है. Kerala Infrastructure and Technology for Education (KITE) ने क्लासेज़ के लिए टाइमटेबल जारी किया है, जो KITE Victors चैनल के जरिए कंडक्ट किए जाएंगे. ये क्लासेज़ YouTube पर भी अवेलेबल होंगी.
Video: दिल्ली: झुग्गी में रहने वाले बच्चों के पास न कंप्यूटर न मोबाइल, कैसे हो ऑनलाइन क्लास?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं