कपूरथला लिंचिंग केस (Kapurthala Lynching) में गुरुद्वारे के केयरटेकर हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया. यह गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब कुछ देर पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने कहा कि कपूरथला लिंचिंग मामले में बेअदबी के कोई सबूत नहीं हैं. इसके बाद गुरुद्वारे के केयरटेकर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया.
बता दें कि रविवार को कपूरथला के एक गुरुद्वारे में ‘निशान साहिब' (सिख ध्वज) को हटाने की कोशिश के आरोप में एक व्यक्ति की भीड़ ने हत्या कर दी थी. इस दौरान पुलिस भी मौजूद थी.
पुलिस ने कहा कि गुरुद्वारे के केयरटेकर अमरजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया और हत्या का मामला दर्ज किया गया है. मामले में करीब 100 अज्ञात लोगों के नाम भी हैं. इनमें से 25 से 30 हथियार से लैस थे."
कपूरथला की घटना से पहले एक दिन पहले अमृतसर में भी इसी तरह की एक घटना सामने आई थी, जिसमें कथित बेअदबी को लेकर एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.
चन्नी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा,"हमें कपूरथला में बेअदबी के प्रयास या इसके समर्थन में कोई सबूत नहीं मिला है. एक शख्स गुरुद्वारा चलाता है. यह मामला हत्या तक पहुंच गया. जांच-पड़ताल चल रही है. इस मामले में पहले से दर्ज प्राथमिकी (FIR) में संशोधन यानी बदलाव किया जाएगा."
पुलिस ने भी कहा था कि यह घटना चोरी का मामला लगती है और "बेअदबी की कोशिश के कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं."
मारे गए व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है. उसके शव को पुलिस जीप से ले जाया गया और बाद में निगर निगम के अधिकारियों द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया गया था.
बता दें कि पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बेअदबी के मामले पर सियासत शुरू हो गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बेअदबी और ब्लास्ट के पीछे साजिश होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब की बेहद कमजोर सरकार इन घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है.
वीडियो: कपूरथला में कथित रूप से बेअदबी की कोशिश करने वाले की भीड़ ने की हत्या
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