मध्यप्रदेश के मंदसौर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में नेताओं के दौरे जारी हैं. मंदसौर नीमच जिले के दौरे पर के मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत के साथ पहुंचे. सिंधिया पूरे तेवर के साथ बाढ़ पीड़ितों के पक्ष में बात करते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में चाहे कांग्रेस की सरकार हो चाहे बीजेपी की इससे मुझे कोई लेना देना नहीं मेरी जनता का कल्याण हो. प्रदेश सरकार को और केंद्र सरकार को इस मुसीबत की घड़ी में आपके साथ खड़ा रहना पड़ेगा.
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मध्य प्रदेश सरकार ने अभी तक जो काम करवाए है उसके बारे में सिंधिया ने कहा, ''प्रदेश सरकार काम कर रही है लेकिन अभी बहुत काम करना होगा.'' नीमच के नयागांव से दौरे की शुरुआत करते हुए सिंधिया बोले, ''मैं फसल क्षति सर्वेक्षण से संतुष्ट नहीं हूं. पिछले दिनों मेरी सीएम कमलनाथ से मुलाक़ात हुई थी. मैंने राज्य सरकार को 3 सुझाव दिए हैं. बाढ़ पीड़ितों को तीन स्तर पर राहत और सहायता मिलना चाहिए. बाढ़ पीड़ित किसानों को सबसे पहले राजस्व विभाग, फिर बीमा कंपनियों और अंत में केंद्र के आपदा राहत कोष से सहायता मिलना चाहिए.''
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वहीं, राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा कि पिछली बार के सर्वे से चार पांच गुना ज्यादा इस बार की बाढ़ में नुकसान हो चुका है. प्रदेश के लिए सवा सौ करोड़ की बाढ़ राहत राशि स्वीकृत की गई थी वह बढ़कर अब ढाई सौ करोड़ हो गई है.
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