JNUSU की अध्यक्ष आइशी घोष को भी काफी चोटें आई हैं. (फाइल फोटो)
खास बातें
- JNU में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
- छात्रों ने पुलिस के खिलाफ लगाए नारे
- अभी तक नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
नई दिल्ली: दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) में रविवार शाम अराजकता की सारी हदें पार कर दी गईं. 50 से ज्यादा नकाबपोशों ने कैंपस में घुसकर छात्रों को बेरहमी से पीटा, हॉस्टल और वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की. इतना ही नहीं, सारा बवाल करने के बाद उपद्रवी बड़ी आसानी से कैंपस से निकल गए. हमले में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष (Aishe Ghosh) समेत 24 लोग घायल हुए हैं. हमलावरों ने शिक्षकों को भी अपना निशाना बनाया. घटना के बाद दिल्ली पुलिस के देरी से पहुंचने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. देर रात जब दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने परिसर में मार्च निकाला तो छात्रों ने 'दिल्ली पुलिस वापस जाओ' के नारे लगाए. इसका वीडियो सामने आया है.
JNU में हिंसा के बीच छात्रों को लोहे के रॉड से पीटने का दिल-दहला देने वाला VIDEO आया सामने
JNU परिसर में कुछ देर की शांति के बाद सोमवार तड़के तनाव फिर बढ़ गया. आक्रोशित छात्रों ने विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आर.एस. कृष्णया की अगुआई में परिसर में हो रहे पुलिस मार्च को रोक दिया. छात्रों ने साबरमती टी-पॉइंट पर पुलिस मार्च रोक दिया. पुलिस ने हालांकि उन छात्रों के अवरोध से बचते हुए कनवेंशन सेंटर की तरफ मार्च जारी रखा लेकिन उनके थोड़े ही आगे बढ़ते ही प्रदर्शनकारी छात्रों ने एक बार फिर पुलिस का मार्ग रोक दिया और 'दिल्ली पुलिस वापस जाओ' के नारे लगाए. न्यूज एजेंसी ANI ने इसका वीडियो जारी किया है. JNU के छात्र पुलिस को लगातार कैंपस के नॉर्थ गेट की तरफ खिसकाते रहे.
बताते चलें कि रविवार शाम बाहरी माने जा रहे कुछ हमलावरों के एक समूह ने JNU परिसर में छात्रों और स्टाफ पर हमला कर दिया था. कुछ लोगों का आरोप है कि हमलावर ABVP कार्यकर्ता थे. छात्रों ने परिसर में हिंसा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का विरोध कर रहे छात्रों पर आरोप लगाया है. छात्रों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और मूकदर्शक बनी हुई है.
JNU में फिर बवाल- चेहरे पर नकाब बांधे लोगों ने छात्रों और टीचरों पर किया हमला, कई गंभीर रूप से घायल
दिल्ली पुलिस के पीआरओ रंधावा ने रविवार देर रात पुलिस मुख्यालय में छात्रों और शिक्षकों के साथ एक मीटिंग की. मीटिंग में JNU, DU और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र शामिल थे. बैठक के बाद 'फेडरेशन ऑफ सेंट्रल यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन' के अध्यक्ष राजीब रे ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि वह इस मामले में निष्पक्षता से जांच करेंगे और उनकी सभी मांगों को पूरा करेंगे. (इनपुट ANI और IANS से भी)
VIDEO: JNU में हुई घटना के बाद पुलिस मुख्यालय के बाहर जुटी भीड़