चेन्नई:
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्यों की वाजिब मांगों पर भी केंद्र का रवैया उदासीन रहता है और वह राज्यों को कमजोर करने के प्रयास में लगा रहता है। राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) की बैठक में जयललिता के भाषण की प्रति रखी गई। मुख्यमंत्री ने 12वीं योजना के एप्रोच पेपर पर सवाल उठाते हुए कहा कि गरीबी पर सीधा प्रहार करने पर जोर नहीं दिए जाने से ही साफ पता चलता है कि केंद्र सरकार उन मुद्दों के प्रति कितनी लापरवाह है, जो आम आदमी से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों की वाजिब मांग पर भी केंद्र ध्यान नहीं देता है। जयललिता ने अधिक महात्वाकांक्षी विकास लक्ष्य की आवश्यकता की कड़ी वकालत की। उन्होंने 10 प्रतिशत की विकास दर को न्यूनतम लक्ष्य बताया, हालांकि उन्होंने यह लक्ष्य हासिल करने को लेकर संदेह व्यक्त किया। जयललिता ने कहा कि सरकार महंगाई रोकने में बुरी तरह विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की ओर से राज्यों को कमजोर करने के प्रयास किए जाते हैं और काफी ज्यादा हस्तक्षेप होता है। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम विधेयक, जीएसटी विधेयक आदि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी फासीवादी और अलोकतांत्रिक प्रस्ताव हैं।
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जयललिता, केंद्र सरकार, एनडीसी की बैठक