नई दिल्ली:
श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराने के भाजपा के कार्यक्रम के मद्देनजर उत्पन्न तनाव को खत्म करने के उद्देश्य से केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात कर कोई रास्ता निकालने की सलाह दी। चिदंबरम ने जेटली और उनकी पार्टी सहयोगी सुषमा स्वराज के जम्मू हवाई अडडे पर पहुंचने के बाद उत्पन्न हालात पर उमर से बात की। मुख्यमंत्री ने चिदंबरम से साफ कहा कि भाजपा के दोनों नेताओं को उनकी राष्ट्रीय एकता यात्रा के तहत जम्मू में जनसभा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। चिदंबरम ने उमर से कहा कि वह राज्य के मुख्य सचिव एसएस कपूर और पुलिस महानिदेशक कुलदीप खोड़ा को भेजकर जेटली और सुषमा को अपना कार्यक्रम रद्द करने के लिए मनाने को कहें। गृह मंत्री ने जेटली से बातकर उनसे आग्रह किया कि वह मुख्यमंत्री की भावनाओं का सम्मान करें और दिल्ली लौट आएं ताकि राज्य में तनाव कम किया जा सके। इस बात का प्रयास भी हो रहा है कि जेटली और सुषमा दिल्ली लौटने से पहले कुछ पत्रकारों और कुछ अन्य लोगों से बातचीत कर लें। उल्लेखनीय है कि भाजपा के नेता जेटली, अनंत कुमार और सुषमा चार्टर्ड विमान से जम्मू पहुंचे लेकिन उन्हें हवाई अडडे से बाहर नहीं जाने दिया गया। इस बीच, गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार भाजपा नेताओं को किसी भी कीमत पर जनसभा करने की इजाजत नहीं देगी। भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं को भी श्रीनगर पहुंचने से रोकने के लिए राज्य की सीमाओं पर ही रोक लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में पर्याप्त संख्या में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
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