राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने आज बताया कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के संदिग्ध सदस्य अरीब मजीद ने उन स्थानीय लोगों के नामों का खुलासा किया है, जिन्होंने इराक में जारी लड़ाई में हिस्सा लेने की खातिर संगठन में शामिल होने के लिए उसकी मदद की।
एनआईए के एक अधिकारी के सवाल के जवाब में मजीद ने कहा, 'वहां न तो कोई पवित्र युद्ध हो रहा है और न ही पवित्र किताबों में लिखी बातों का पालन किया जाता है। आईएसआईएस लड़ाकों ने वहां कई महिलाओं से बलात्कार भी किया है।'
मजीद ने यह भी बताया कि आतंकवादी संगठन ने उसे किस तरह दरकिनार कर दिया। उसने बताया कि लड़ाई में हिस्सा लेने के लिए भेजे जाने के बजाय उससे शौचालयों की सफाई का काम कराया जाता था या जंग लड़ रहे लड़ाकों को पानी मुहैया कराने को कहा जाता था।
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, 'मजीद से आज कई घंटों तक पूछताछ हुई। पूछताछ के दौरान उसने उन स्थानीय लोगों के नाम बताए, जिन्होंने उसमें और उसके तीन दोस्तों में कट्टरपंथी भावनाएं भड़काई और उन्हें इराक जाने में मदद की। हम उसके दावों की जांच कर रहे हैं और इन स्थानीय संपर्कों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।'
बहरहाल, अधिकारी ने यह कहते हुए स्थानीय समर्थकों के नाम का खुलासा करने से इनकार कर दिया कि इससे जांच पटरी से उतर जाएगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं