लखनऊ:
बांग्लादेश में एक ही सप्ताह के भीतर हुए दो आतंकवादी हमलों के बाद भारत के एक वरिष्ठ विद्वान ने आतंकवाद की भर्त्सना करते हुए आईएसआईएस को 'गैर-इस्लामी' करार दिया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे बड़े नमाज़ मैदान ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने NDTV से बात करते हुए बताया कि कुछ मौलानाओं ने गुरुवार को ईद की नमाज़ के वक्त इकट्ठी हुई भीड़ को आईएसआईएस तथा आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।
उन्होंने बताया, "हम (मौलानाओं) ने कहा, आईएसआईएस इस्लाम और मानवीयता के खिलाफ है... हमने कहा कि आईएसआईएस के लोग मुस्लिम नहीं हो सकते - उनकी आतंकवादी गतिविधियां पूरी तरह गैर-इस्लामी हैं..." मौलाना महली के मुताबिक, इस आतंकवादी संगठन की विचारधारा गुज़रे ज़माने की है।
मौलाना ने ईदगाह पर भी कई बड़े बदलावों की पहल की है, जिनमें गुरुवार को पहली बार महिलाओं को मस्जिद में नमाज़ अदा करने की अनुमति दिया जाना शामिल है।
मौलाना ने NDTV को बताया, "आज यहां लाखों लोगों ने दुआ मांगी... हमने अमन के लिए दुआ मांगी... हमने दुआ मांगी कि दुनिया से दहशतगर्दी खत्म हो जाए..."
अमन और एकता के संदेश पर ज़ोर देते हुए मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि गुरुवार को बहुत-से गैर-मुस्लिम भी ईदगाह में नमाज़ में शामिल हुए, और मुस्लिमों को बधाई दी।
गुरुवार सुबह ही बांग्लादेश में राजधानी ढाका से 140 किलोमीटर दूर किशनगंज में ईद की नमाज़ के वक्त हुए धमाके में चार लोगों की मौत हो गई है, और कई घायल हो गए हैं। इससे पहले पिछले सप्ताहांत पर भी सात आतंकवादियों ने ढाका के एक कैफे पर हमला कर 20 लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी थी, जिनमें 18 विदेशी थे।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे बड़े नमाज़ मैदान ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने NDTV से बात करते हुए बताया कि कुछ मौलानाओं ने गुरुवार को ईद की नमाज़ के वक्त इकट्ठी हुई भीड़ को आईएसआईएस तथा आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।
उन्होंने बताया, "हम (मौलानाओं) ने कहा, आईएसआईएस इस्लाम और मानवीयता के खिलाफ है... हमने कहा कि आईएसआईएस के लोग मुस्लिम नहीं हो सकते - उनकी आतंकवादी गतिविधियां पूरी तरह गैर-इस्लामी हैं..." मौलाना महली के मुताबिक, इस आतंकवादी संगठन की विचारधारा गुज़रे ज़माने की है।
मौलाना ने ईदगाह पर भी कई बड़े बदलावों की पहल की है, जिनमें गुरुवार को पहली बार महिलाओं को मस्जिद में नमाज़ अदा करने की अनुमति दिया जाना शामिल है।
मौलाना ने NDTV को बताया, "आज यहां लाखों लोगों ने दुआ मांगी... हमने अमन के लिए दुआ मांगी... हमने दुआ मांगी कि दुनिया से दहशतगर्दी खत्म हो जाए..."
अमन और एकता के संदेश पर ज़ोर देते हुए मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि गुरुवार को बहुत-से गैर-मुस्लिम भी ईदगाह में नमाज़ में शामिल हुए, और मुस्लिमों को बधाई दी।
गुरुवार सुबह ही बांग्लादेश में राजधानी ढाका से 140 किलोमीटर दूर किशनगंज में ईद की नमाज़ के वक्त हुए धमाके में चार लोगों की मौत हो गई है, और कई घायल हो गए हैं। इससे पहले पिछले सप्ताहांत पर भी सात आतंकवादियों ने ढाका के एक कैफे पर हमला कर 20 लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी थी, जिनमें 18 विदेशी थे।
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