प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के निशाने पर अब भारत की बड़ी तेल रिफाइनरी है. खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि आईएसआई के कुछ एजेंट्स इन दिनों भारतीय तेल रिफाइनरी में फोन कर उनके बारे में जानकारी जुटा रहे हैं.
खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी जासूसों के कुछ ऐसे ही कॉल्स को पकड़ा है, जिनमें वे खुद को भारतीय खुफिया एजेंसियों का नुमाइंदा बताकर इन रिफाइनरियों में अधिकारियों को फोन कर महत्वपूर्ण जानकारियां जुटा रहे थे. इनमें से कुछ कॉल्स भारत के बाहर से थे. कुछ कॉल देश के भीतर से भी किए जाने की बात भी सामने आई है.
आईएसआई की इस नापाक कोशिश के बाद देश में सीमावर्ती राज्यों की तेल रिफाइनरियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. उरी पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पकिस्तान में आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. अब वह लगातार भारत में आतंकवादी हमले कराने की कोशिश में जुटा हुआ है.
हाल ही में पाकिस्तान का एक ऑपरेटिव खुद को रिसर्च एंड एनालिसिस विंग का सदस्य बताकर राजस्थान स्थित एक तेल रिफाइनरी के अधिकारी से फ़ोन पर संवेदनशील हाइड्रोकार्बन पाइपलाइन से जुड़ी जानकारी ले रहा था. यही बातचीत ख़ुफ़िया एजेंसी के राडार पर आ गई.
यही वजह है कि सीमावर्ती राज्यों में मौजूद रिफाइनरियों में किसी भी अनहोनी को ध्यान में रखते हुए इस बारे में मॉक ड्रिल्स हो रही है ताकि किसी अप्रिय हालात से निपटा जा सके. किसी तेल रिफाइनरी पर आतंकी हमला बेहद घातक सिद्ध हो सकता है. जानमाल के नुकसान के साथ-साथ यह देश की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.
खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी जासूसों के कुछ ऐसे ही कॉल्स को पकड़ा है, जिनमें वे खुद को भारतीय खुफिया एजेंसियों का नुमाइंदा बताकर इन रिफाइनरियों में अधिकारियों को फोन कर महत्वपूर्ण जानकारियां जुटा रहे थे. इनमें से कुछ कॉल्स भारत के बाहर से थे. कुछ कॉल देश के भीतर से भी किए जाने की बात भी सामने आई है.
आईएसआई की इस नापाक कोशिश के बाद देश में सीमावर्ती राज्यों की तेल रिफाइनरियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. उरी पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पकिस्तान में आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. अब वह लगातार भारत में आतंकवादी हमले कराने की कोशिश में जुटा हुआ है.
हाल ही में पाकिस्तान का एक ऑपरेटिव खुद को रिसर्च एंड एनालिसिस विंग का सदस्य बताकर राजस्थान स्थित एक तेल रिफाइनरी के अधिकारी से फ़ोन पर संवेदनशील हाइड्रोकार्बन पाइपलाइन से जुड़ी जानकारी ले रहा था. यही बातचीत ख़ुफ़िया एजेंसी के राडार पर आ गई.
यही वजह है कि सीमावर्ती राज्यों में मौजूद रिफाइनरियों में किसी भी अनहोनी को ध्यान में रखते हुए इस बारे में मॉक ड्रिल्स हो रही है ताकि किसी अप्रिय हालात से निपटा जा सके. किसी तेल रिफाइनरी पर आतंकी हमला बेहद घातक सिद्ध हो सकता है. जानमाल के नुकसान के साथ-साथ यह देश की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं