गुर्जर आंदोलनकारियों की फाइल फोटो
जयपुर:
पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलनकारी राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच प्रथम दौर की बातचीत शनिवार को विफल रही। गुर्जर आंदोलनकारियों ने आंदोलन को तेज करने की धमकी दी है।
बयाना के औद्याोगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रथम दौर की बातचीत में शामिल राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने कहा पहले दौर की बातचीत विफल रही है। सरकार के पास गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने के बारे में ठोस प्रस्ताव ही नहीं है।
सरकार के प्रतिनिधि संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़, सामाजिक अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री हेम सिंह भडाना बिना प्रस्ताव के बातचीत करने आ गए। उन्होंने कहा कि सरकार की इस स्थिति को देखकर हम बातचीत बीच में छोड़कर बाहर आ गए, गुर्जर अपनी मांग को पाने के लिए आनंदोलन को और तेज करेगा।
गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर शनिवार को तीसरे दिन रेल पटरियों पर बैठे राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला सरकार से बातचीत करने के लिए पटरियों से उठकर सरकार से बातचीत करने के लिए अपने पांच और प्रतिनिधियों के साथ बयाना पहुंचे थे। लेकिन सरकार की ओर से बातचीत में ठोस प्रस्ताव नहीं पर बीच में ही उठकर वार्ता स्थल से बाहर निकल आए।
इधर, आधिकारिक सूत्रों ने बातचीत सौहार्दपुर्ण वातावरण में होने का दावा करते हुए कहा कि बातचीत का अगला दौर जल्द ही शुरू होने के संकेत दिए हैं। संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने भी बातचीत का अगला दौर सोमवार को होने की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने मांग के बारे में ठोस प्रस्ताव लाने का आश्वासन दिया है। सिंह ने कहा कि गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण चाहिए।
गुर्जर आंदोलनकारियों और सरकार के बीच पहली दौर की बातचीत को देखते हुए बयाना के एक प्रशिक्षण औद्योगिक संस्थान जहां बातचीत हुई सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
इधर, गुर्जर आंदोलनकारियों के पीलूपुरा के निकट दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर बेमियादी धरना दिए जाने के कारण इस मार्ग पर आज तीसरे दिन भी रेल यातायात ठप रहा। इस मार्ग से गुजरने वाली ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से निकाला जा रहा है।
संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड ने बातचीत खत्म होने पर बाहर आने पर संवाददाताओं से कहा कि बातचीत का अगला दौर सोमवार को जयपुर में होगा। गुर्जर प्रतिनिधियों ने बातचीत के लिए जयपुर आने की सहमति दे दी है। हालांकि राजस्थान गुर्जर संघर्ष समिति ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
पहले दौर की बातचीत विफल होने के बाद कर्नल किरोडी सिंह बैंसला अपने छह अन्य प्रतिनिधियों के साथ पीलूपुरा के निकट फिर से रेल ट्रेक के लिए रवाना हो गए है, जहां गुर्जर आंदोलनकारियों ने पडाव डाल रखा है।
बयाना के औद्याोगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रथम दौर की बातचीत में शामिल राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने कहा पहले दौर की बातचीत विफल रही है। सरकार के पास गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने के बारे में ठोस प्रस्ताव ही नहीं है।
सरकार के प्रतिनिधि संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़, सामाजिक अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री हेम सिंह भडाना बिना प्रस्ताव के बातचीत करने आ गए। उन्होंने कहा कि सरकार की इस स्थिति को देखकर हम बातचीत बीच में छोड़कर बाहर आ गए, गुर्जर अपनी मांग को पाने के लिए आनंदोलन को और तेज करेगा।
गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर शनिवार को तीसरे दिन रेल पटरियों पर बैठे राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला सरकार से बातचीत करने के लिए पटरियों से उठकर सरकार से बातचीत करने के लिए अपने पांच और प्रतिनिधियों के साथ बयाना पहुंचे थे। लेकिन सरकार की ओर से बातचीत में ठोस प्रस्ताव नहीं पर बीच में ही उठकर वार्ता स्थल से बाहर निकल आए।
इधर, आधिकारिक सूत्रों ने बातचीत सौहार्दपुर्ण वातावरण में होने का दावा करते हुए कहा कि बातचीत का अगला दौर जल्द ही शुरू होने के संकेत दिए हैं। संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने भी बातचीत का अगला दौर सोमवार को होने की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने मांग के बारे में ठोस प्रस्ताव लाने का आश्वासन दिया है। सिंह ने कहा कि गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण चाहिए।
गुर्जर आंदोलनकारियों और सरकार के बीच पहली दौर की बातचीत को देखते हुए बयाना के एक प्रशिक्षण औद्योगिक संस्थान जहां बातचीत हुई सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
इधर, गुर्जर आंदोलनकारियों के पीलूपुरा के निकट दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर बेमियादी धरना दिए जाने के कारण इस मार्ग पर आज तीसरे दिन भी रेल यातायात ठप रहा। इस मार्ग से गुजरने वाली ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से निकाला जा रहा है।
संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड ने बातचीत खत्म होने पर बाहर आने पर संवाददाताओं से कहा कि बातचीत का अगला दौर सोमवार को जयपुर में होगा। गुर्जर प्रतिनिधियों ने बातचीत के लिए जयपुर आने की सहमति दे दी है। हालांकि राजस्थान गुर्जर संघर्ष समिति ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
पहले दौर की बातचीत विफल होने के बाद कर्नल किरोडी सिंह बैंसला अपने छह अन्य प्रतिनिधियों के साथ पीलूपुरा के निकट फिर से रेल ट्रेक के लिए रवाना हो गए है, जहां गुर्जर आंदोलनकारियों ने पडाव डाल रखा है।
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