India-China Latest News : पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच हुई झड़प और उसके बाद सीमा पर तनाव को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कई बात साफ की हैं. उन्होंने कहा कि न कोई भारतीय सीमा में घुसा है और न ही किसी ने भारतीय चौकियों पर कब्जा किया है. उन्होंने कहा कि सीमा पर 20 जवानों की शहादत से पूरा देश आहत है और गुस्से में है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत शांति और दोस्ती तो चाहता है लेकिन संप्रभुता की रक्षा भी सर्वोपरि है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बलिदान देने वालों जवानों ने भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को सबक सिखाया है. इसके साथ ही सेना को उचित कदम उठाने की आजादी दे दी गई है. आपको बता दें कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने जो कुछ भी कहा है कि उसे सरकार की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है. पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय आया है जब कहा जा रहा है कि चीनी सेना ने पैंगोंग त्सो और गलवान घाटी समेत पूर्वी लद्दाख के अनेक क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के भारतीय पक्ष की तरफ घुसपैठ की है. वहीं पीएम मोदी का यह बयान कि भारतीय जवानों ने भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को 'सबक' सिखाया, चीन के हताहत हुए जवानों के संदर्भ में देखा जा रहा है.
India China Latest News Update: PM मोदी ने बताईं 10 अहम बातें
न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई चौकी किसी दूसरे के कब्जे में है सशस्त्र बल देश की रक्षा के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे.
एक तरफ सेना को जरूरी कदम उठाने के लिए छूट दी गई है. भारत ने कूटनीतिक तरीकों से चीन को अपने रुख से स्पष्ट रूप से अवगत करा दिया है.'
भारत के पास आज इतनी क्षमता है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता.
भारतीय बलों को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रहे हैं, चाहे सैनिकों की तैनाती हो, कार्रवाई हो या जवाबी कार्रवाई हो.
हमारे नवनिर्मित बुनियादी ढांचों, खासतौर पर एलएसी पर निर्माणों की वजह से हमारी गश्त क्षमता बढ़ी है.
सरकार ने भारत की सीमाओं को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी संरचना के विकास को प्राथमिकता दी है.
लड़ाकू विमानों, आधुनिक हेलीकॉप्टरों, मिसाइल रक्षा प्रणाली और अन्य ऐसी जरूरतों के प्रावधान किये गये हैं.
व्यापार हो, कनेक्टिविटी हो या आतंकवाद निरोधक कार्रवाई हो, सरकार ने हमेशा बाहरी दबाव का डटकर सामना किया है.
जिन क्षेत्रों पर पहले बहुत नजर नहीं रहती थी, अब वहां भी हमारे जवान अच्छी तरह से मॉनिटर कर पा रहे हैं, रिस्पांड कर पा रहे हैं.
अब तक जिनको कोई पूछता नहीं था, कोई रोकता-टोकता नहीं था, अब हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते हैं, टोकते हैं तो तनाव बढ़ता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)