चेन्नई:
भारत अगले महीने तीन उपग्रहों और इस साल के अंत तक दो और उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा। विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक पीएस वीरराघवन ने कहा, "हम अगले महीने पीएसएसवी-सी21 (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) रॉकेट के जरिए एक फ्रांसीसी उपग्रह स्पॉट-6 और एक छोटे जापानी उपग्रह का प्रक्षेपण करेंगे। तीसरा एक संचार उपग्रह जीसैट-10 है। इसे फ्रेंच गुयाना के कोउरोउ से एरिएन रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा।
तिरूवनंतपुरम स्थित वीएससीसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का हिस्सा है। वीरराघवन ने बताया कि फ्रांसीसी उपग्रह के जल्दी ही भारत पहुंचने की उम्मीद है, जबकि जापानी उपग्रह पहले ही इसरो के आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र पहुंच गया है।
इसरो की व्यवसायिक शाखा एंट्रिक्स कोर्पोरेशन लिमिटेड (एंट्रिक्स) ने ईएडीएस फ्रांस के तहत आने वाली एस्ट्रियम एसएएस कंपनी के साथ एक उन्नत दूरसंवेदी उपग्रह स्पॉट-6 के प्रक्षेपण के लिए एक व्यवसायिक प्रक्षेपण सेवा समझौता किया है।
गौरतलब है कि 800 किलोग्राम का स्पॉट-6 उपग्रह इसरो द्वारा 2007 में प्रक्षेपित किए गए 350 किलोग्राम के इतालवी उपग्रह एजिल के बाद प्रक्षेपित किया जा रहा सबसे भारी उपग्रह है। इस मिशन के बाद इसरो से प्रक्षेपित विदेशी उपग्रहों की कुल संख्या 29 हो जाएगी।
3.4 टन वजनी जीसैट-10 उपग्रह अपने साथ 12 केयू बैंड, 12 सी बैंड और 12 एक्सटेंडेड सी बैंड ट्रांस्पोंडर्स व गगन (ग्लोबल पोजीशनिंग सैटेलाइट-जीपीएस व जीईओ ऑगमेंटेड नेवीगेशन) अंतरिक्ष उपकरण लेकर जाएगा। वीरराघवन के मुताबिक इसरो इस साल अक्टूबर-नवंबर में पीएसएसवी-सी20 रॉकेट के जरिए भारतीय-फ्रांसीसी एसएआरएएल उपग्रह प्रक्षेपित करेगा। उन्होंने बताया कि इसरो की दिसम्बर या अगले साल जनवरी में एक छोटा संचार उपग्रह जीसैट-14 प्रक्षेपित करने की योजना है।
तिरूवनंतपुरम स्थित वीएससीसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का हिस्सा है। वीरराघवन ने बताया कि फ्रांसीसी उपग्रह के जल्दी ही भारत पहुंचने की उम्मीद है, जबकि जापानी उपग्रह पहले ही इसरो के आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र पहुंच गया है।
इसरो की व्यवसायिक शाखा एंट्रिक्स कोर्पोरेशन लिमिटेड (एंट्रिक्स) ने ईएडीएस फ्रांस के तहत आने वाली एस्ट्रियम एसएएस कंपनी के साथ एक उन्नत दूरसंवेदी उपग्रह स्पॉट-6 के प्रक्षेपण के लिए एक व्यवसायिक प्रक्षेपण सेवा समझौता किया है।
गौरतलब है कि 800 किलोग्राम का स्पॉट-6 उपग्रह इसरो द्वारा 2007 में प्रक्षेपित किए गए 350 किलोग्राम के इतालवी उपग्रह एजिल के बाद प्रक्षेपित किया जा रहा सबसे भारी उपग्रह है। इस मिशन के बाद इसरो से प्रक्षेपित विदेशी उपग्रहों की कुल संख्या 29 हो जाएगी।
3.4 टन वजनी जीसैट-10 उपग्रह अपने साथ 12 केयू बैंड, 12 सी बैंड और 12 एक्सटेंडेड सी बैंड ट्रांस्पोंडर्स व गगन (ग्लोबल पोजीशनिंग सैटेलाइट-जीपीएस व जीईओ ऑगमेंटेड नेवीगेशन) अंतरिक्ष उपकरण लेकर जाएगा। वीरराघवन के मुताबिक इसरो इस साल अक्टूबर-नवंबर में पीएसएसवी-सी20 रॉकेट के जरिए भारतीय-फ्रांसीसी एसएआरएएल उपग्रह प्रक्षेपित करेगा। उन्होंने बताया कि इसरो की दिसम्बर या अगले साल जनवरी में एक छोटा संचार उपग्रह जीसैट-14 प्रक्षेपित करने की योजना है।
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