
प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस के साथ उद्धव ठाकरे
मुंबई:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि शिवसेना सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे का स्मारक मुंबई के मेयर बंगला क्षेत्र में ही बनेगा। दरअसल राज्य में भाजपा सरकार की सहयोगी शिवसेना ने पार्टी सुप्रीमो का स्मारक इसी स्थान पर बनाए जाने का समर्थन किया था।
फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,' हमने बाला साहब की याद में स्मारक दादर के शिवाजी पार्क के मेयर बंगला में स्थापित करने का फैसला किया है। इसके लिए एक सरकारी ट्रस्ट बनाया जाएगा जो कि स्मारक के निर्माण से संबंधित मामले को देखेगा।' इससे पहले मुख्यमंत्री ने उद्धव के पिता बाल ठाकरे को शिवाजी पार्क पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
तीन साल पहले 18 नवंबर को बाल ठाकरे का यहीं अंतिम संस्कार किया गया था। उद्धव ठाकरे भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कल्याण-डोंबीवली के स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान चले तनातनी के लंबे दौर के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की यह पहली मुलाकात थी।
उद्धव ने दे डाली थी समर्थन वापसी की धमकी
केंद्र और महाराष्ट्र में सत्ता के भागीदार भाजपा और शिवसेना ने कल्याण-डोंबीवली निकाय चुनाव अलग-अलग लड़ा था। इस दौरान दोनों नेताओं की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का लंबा दौर भी चला था। इन चुनावों में हालांकि शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन वह बहुमत के आंकड़े से दूर ही है। कड़वाहट इस कदर बढ़ गई थी कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा को अहंकारी बताते हुए राज्य में फडणवीस सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी भी दे डाली थी।
सीएम ने शिवसेना को बताया था 'ड्रामा कंपनी'
दोनों दलों के बीच उस समय भी संबंधों में आई तल्खी देखने को मिली थी जब फडणवीस सरकार के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे ने भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए यह तक कह डाला था कि फडणवीस की सरकार में शिवसेना के कोटे के सभी मंत्री इस्तीफा दे देंगे। दूसरी ओर, सीएम ने इस धमकी को नजरअंदाज करते हुए शिवसेना को 'ड्रामा कंपनी' बता दिया था।
फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,' हमने बाला साहब की याद में स्मारक दादर के शिवाजी पार्क के मेयर बंगला में स्थापित करने का फैसला किया है। इसके लिए एक सरकारी ट्रस्ट बनाया जाएगा जो कि स्मारक के निर्माण से संबंधित मामले को देखेगा।' इससे पहले मुख्यमंत्री ने उद्धव के पिता बाल ठाकरे को शिवाजी पार्क पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
तीन साल पहले 18 नवंबर को बाल ठाकरे का यहीं अंतिम संस्कार किया गया था। उद्धव ठाकरे भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कल्याण-डोंबीवली के स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान चले तनातनी के लंबे दौर के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की यह पहली मुलाकात थी।
उद्धव ने दे डाली थी समर्थन वापसी की धमकी
केंद्र और महाराष्ट्र में सत्ता के भागीदार भाजपा और शिवसेना ने कल्याण-डोंबीवली निकाय चुनाव अलग-अलग लड़ा था। इस दौरान दोनों नेताओं की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का लंबा दौर भी चला था। इन चुनावों में हालांकि शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन वह बहुमत के आंकड़े से दूर ही है। कड़वाहट इस कदर बढ़ गई थी कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा को अहंकारी बताते हुए राज्य में फडणवीस सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी भी दे डाली थी।
सीएम ने शिवसेना को बताया था 'ड्रामा कंपनी'
दोनों दलों के बीच उस समय भी संबंधों में आई तल्खी देखने को मिली थी जब फडणवीस सरकार के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे ने भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए यह तक कह डाला था कि फडणवीस की सरकार में शिवसेना के कोटे के सभी मंत्री इस्तीफा दे देंगे। दूसरी ओर, सीएम ने इस धमकी को नजरअंदाज करते हुए शिवसेना को 'ड्रामा कंपनी' बता दिया था।
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