दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने पाकिस्तान के 46 ट्विटर हैंडल का पता लगाया है जो सीडीएस विपिन रावत की मौत के मामले में फ़र्ज़ी वीडियो पोस्ट कर रहे थे. जांच में मालूम हुआ है कि ये सभी ट्विटर हैंडल्स इस तरह से बनाया गये थे कि उनकी भारतीय पहचान रिफ्लेक्ट हो रही थी. जो असल में पाकिस्तान से ऑपरेट किये जा रहे थे. फिलहाल साइबर क्राइम यूनिट ने इन सभी 46 ट्विटर हैंडल की पहचान कर उन्हें ब्लॉक कर दिया है. साइबर क्राइम यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान यह देखा गया कि कुछ ट्विटर हैंडल द्वारा ट्विटर पर एक नकली वीडियो साझा किया गया.
ये वीडियो सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद 9 दिसंबर, 2021 को हुई कैबिनेट कमेटी की बैठक का था. ये वीडियो अलग अलग समाचार पोर्टलों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आसानी से उपलब्ध था.
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असल में ये वीडियो आपसी दुश्मनी को बढ़ावा देने और सांप्रदायिक माहौल को खराब करने के इरादे से मॉर्फ किया और उसपर एक नया वॉयस ओवर लगाया गया था. जिसमें लोगों ने यह दिखाने की कोशिश की कि यह बैठक सिख समुदाय के खिलाफ थी. इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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शुरुआती जांच के दौरान इस मामले में मुख्य रूप से दो ट्विटर अकाउंट की पहचान की गई है. जिन्होंने इस वीडियो का प्रचार शुरू किया था, वे @simrankaur0507 और @eshalkaur1 हैं. जांच के दौरान, यह देखा गया कि ऐसे कई अकाउंट हैं. जिन्होंने एक ही वीडियो को एक समान सामग्री और एक ही हैशटैग के साथ ट्वीट किया था.
ये सभी ट्विटर अकॉउंट अक्टूबर 2021 से दिसंबर 2021 के बीच बनाए गए थे, ये अकॉउंट एक ही ब्राउज़र (multilogin.com द्वारा विकसित) से संचालित किए जा रहे थे. जांच में पता चला कि ये सभी ट्विटर अकाउंट पाकिस्तान से चलाए जा रहे हैं. गौरतलब है, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इन 46 ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक किया गया.
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