
- खगड़िया के परबत्ता प्रखंड के कई पंचायतों में गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है
- परबत्ता प्रखंड तीन दिशाओं से बाढ़ के पानी से घिरा होने के कारण यहां के ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है
- बाढ़ के कारण गर्भवती महिलाओं को प्रसव में विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है
खगड़िया में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से जिले के परबत्ता प्रखंड के सौढ उत्तरी, सौढ दक्षिणी, भरसो, कुल्हडिया, लगार, तेमथा करारी, जोरावरपुर, दरियापुर भेलवा, माधवपुर, कबेला पंचायत में बाढ़ आ गई है. इससे सभी पंचायत के गांवों में भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है. परबत्ता प्रखंड तीन दिशाओं से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है और यहां की जनजीवन अस्त-व्यस्त है. यह आपदा गर्भवती महिला के लिए भारी परेशानी का सबब बन गया है. हालांकि, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता सजग होकर प्रसव पीड़ा झेल रही महिलाओं को परबत्ता अस्पताल पहुंचाने में लगे हुए हैं लेकिन इस बीच ऐसी महिलाओं के लिए परेशानी तो बढ़ ही गई है.
कुछ ऐसा ही एक मामला सामने भी आया है. माधवपुर पंचायत के बाढ़ पीड़ित धर्मेंद्र कुमार की पत्नी कल्पना देवी को रविवार को प्रसव पीड़ा शुरू होते ही इसकी सूचना पंचायत के मुखिया आशुतोष कुमार सिंह उर्फ बंटू को मिली. फिर उन्होंने उक्त महिला को नाव के सहारे जीएन बांध तक पहुंचाया. जिसके बाद परिजन ने उसे चार पहिया वाहन से परबत्ता अस्पताल पहुंचा. जहां महिला ने जुड़वा बच्चे को जन्म दिया. जिसमें एक पुत्र एवं दूसरी पुत्री है.
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित गर्भवती महिला करिश्मा कुमारी (पति नीरज कुमार) का घर खगड़िया प्रखंड के चंदन नगर रांको में है लेकिन वे मुरादपुर स्थित अपने ननिहाल में रह रहीं थी. जहां से उन्हें परबत्ता अस्पताल लाया गया और वहीं उन्होंने जुड़वां बच्चे को जन्म दिया.
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