नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार के नए मुख्यमंत्री के रूप में आज शपथ लेने वाले जीतन राम मांझी ने आज कहा कि वह कोई 'रबर स्टैंप' नहीं हैं। (कौन हैं जीतन राम मांझी- पढ़ें)
आम चुनाव में अपनी पार्टी को मात्र दो सीटें मिलने से हतप्रभ नीतीश कुमार ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि जद(यू) विधायक दल ने रविवार को फिर से उन्हें ही नेता चुना, लेकिन नीतीश नहीं माने। सोमवार को दोबारा बैठक हुई, जिसमें पार्टी विधायकों ने नीतीश को ही नया नेता तय करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके बाद नीतीश ने ही अपने करीबी मांझी का नाम अपने उत्ताधिकारी के रूप में चुना था।
नीतीश कुमार को उम्मीद है कि महादलित समुदाय से आने वाले मांझी के मुख्यमंत्री बनने से इस समुदाय का फिर से उन्हें समर्थन मिलेगा। वहीं विपक्षी दल उनके इस कदम को एक रबर स्टांप मुख्यमंत्री बिठाने की कवायद बता उन पर निशाना साध रहे थे।
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने इस संबंध में कहा था, 'नीतीश कुमार ने एक डमी मुख्यमंत्री को सामने कर बचने निकलने का अच्छा रास्ता चुना है।'
इस पर जबाव देते हुए मांझी ने आज कहा, 'मुझे एक रबर स्टैंप बताकर बीजेपी ने अपनी दलित विरोधी मानस्किता प्रदर्शित की है। बीजेपी ने दलितों का अपमान किया है।' इसके साथ ही उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह नीतीश कुमार से मार्गदर्शन लेते रहेंगे।
गौरतलब है कि 68 साल के मांझी को नीतीश का करीबी माना जाता है। उन्होंने बचपन में बाल मजदूरी की, फिर कई दफ्तरों में क्लर्की करने के बाद राजनीति में आए और मंत्री बने। वह बिहार के गया जिले से आते हैं। वह गया से लोकसभा चुनाव भी लड़े थे और तीसरे स्थान पर रहे थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं