चंडीगढ़:
लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका और यूरोप भेजने वाले रैकेट पंजाब में कई दशकों से सक्रिय हैं एक अनुमान के मुताबिक विदेशों में बसे करीब तीन करोड़ पंजाबियों में से एक तिहाई लोग यहां से अवैध तरीके से गए। यहां तक कि आज भी अगर आपके पास पैसा हो और आप पश्चिमी देशों में बसना चाहते हैं तो उसके लिए कानूनी रास्ते इख्तियार करने की मजबूरी नहीं है।
आपको कई ऐसे एजेंट मिल जाएंगे जो ऐसा करते हैं। एनडीटीवी के कैमरामैन अश्विनी मेहरा ने खुद को एक ऐसे ही शख्स के तौर पर पेश करते हुए कई पंजाब के कई ट्रैवेल एजेंटो से संपर्क किया।
हर पंजाबी का सपना होता है कि वह विदेश जाए जो पंजाब में तेजी से फल फूल रहे ट्रैवेल एजेंट और फर्जी माइग्रेशन कंपनियों के लिए कमाई का आसान रास्ता है। एनडीटीवी के अश्विनी मेहरा ने खुद को एक पंजाबी नौजवान के तौर पर पेश किया। उनके साथ खुफिया कैमरा भी था। कुछ ट्रैवेल एजेंट ने उन्हें यूरोपीय देशों में अवैध तरीके से इंट्री कराने के बदले सात लाख रुपए मांगे जबकि कुछ ने उन्हें विदेशी पत्नी की पेशकश दी जो कनाडा के लिए एक तरह से पासपोर्ट से कम नहीं।
एक अनुमान के मुताबिक सिर्फ पंजाब में ही करीब 2000 ट्रैवेल एजेंट माइग्रेशन बिज़नेस में हैं और बीते 10 साल में 200 एजेंट के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं जिनपर गैरकानूनी काम के आरोप हैं।
आपको कई ऐसे एजेंट मिल जाएंगे जो ऐसा करते हैं। एनडीटीवी के कैमरामैन अश्विनी मेहरा ने खुद को एक ऐसे ही शख्स के तौर पर पेश करते हुए कई पंजाब के कई ट्रैवेल एजेंटो से संपर्क किया।
हर पंजाबी का सपना होता है कि वह विदेश जाए जो पंजाब में तेजी से फल फूल रहे ट्रैवेल एजेंट और फर्जी माइग्रेशन कंपनियों के लिए कमाई का आसान रास्ता है। एनडीटीवी के अश्विनी मेहरा ने खुद को एक पंजाबी नौजवान के तौर पर पेश किया। उनके साथ खुफिया कैमरा भी था। कुछ ट्रैवेल एजेंट ने उन्हें यूरोपीय देशों में अवैध तरीके से इंट्री कराने के बदले सात लाख रुपए मांगे जबकि कुछ ने उन्हें विदेशी पत्नी की पेशकश दी जो कनाडा के लिए एक तरह से पासपोर्ट से कम नहीं।
एक अनुमान के मुताबिक सिर्फ पंजाब में ही करीब 2000 ट्रैवेल एजेंट माइग्रेशन बिज़नेस में हैं और बीते 10 साल में 200 एजेंट के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं जिनपर गैरकानूनी काम के आरोप हैं।