तेलंगाना की सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) भले ही ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (GHMC) चुनावों में 56 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई हो लेकिन उसे मेयर चुनने में सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का सपोर्ट लेना पड़ेगा. बीजेपी ने TRS को तगड़ा झटका देते हुए 48 सीटों पर कब्जा किया है. इसबीच, टीआरएस की वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने ओवैसी से समर्थन लेने के मसले पर एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा, "अभी इसमें वक्त लगेगा. पहले हमलोग उस पर चर्चा करेंगे, फिर फैसला करेंगे."
कविता ने चुनाव परिणामों को आत्मनिरीक्षण करने के प्रेरणा देने वाला बताया है और कहा कि करीब एक दर्जन सीटों पर उनकी पार्टी बहुत कम मार्जिन से हारी है. उन्होंने कहा, "भाजपा ने दिग्गज नेताओं को लोकल चुनावों में उतारकर मतदाताओं को भ्रमित किया है. हर जगह आक्रामक होने के लिए यह भाजपा की रणनीति है. हम अब भाजपा की रणनीति को समझ चुके हैं और आगे यह सुनिश्चित करेंगे कि हम 2023 के विधानसभा चुनाव में उनसे भी एक कदम आगे रहें.
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सीएम की बेटी ने कहा, "हमारी पार्टी कमजोर नहीं है. हम 60 लाख सदस्यों वाली एक अच्छी और संगठित पार्टी हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए कि हम उनसेएक कदम आगे हैं, 2023 का विधान सभा चुनाव बेहतर ढंग से लड़ेंगे." टीआरएस नेता ने कहा, "हम सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही भाजपा को रोकने में कामयाब रहे हैं. बाकी देश टीआरएस से यह सीख सकते हैं कि हैदराबाद ने कैसे भाजपा को रोकने का रास्ता दिखाया है."
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2016 के GHMC चुनावों में सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति ने 99 सीटें जीती थीं और मेयर पद पर कब्जा जमाया था. तब बीजेपी को सिर्फ 4 और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 सीटें मिलीं थीं. बीजेपी ने धुआंधार प्रचार और हिन्दू कार्ड खेलते हुए हैदराबाद में जबर्दस्त जीत दर्ज की है और अपनी ताकत 12 गुना बढ़ाई है.
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