कमर-उज-अमन ने सोशल मीडिया पर एके-47 लिए हुए अपनी फोटे शेयर की थी.
लखनऊ:
यूपी एटीएस ने आज कानपुर से हिज्बुल मुजाहिदीन के एक संदिग्ध आतंकवादी कमर-उज-अमन उर्फ डॉ हुरैरा को गिरफ्तार किया है. कमर-उज-अमन असम का रहने वाला है. अप्रैल में उसने एके-47 लिए हुए अपनी एक फोटो सोशल मीडिया पर डाली थी, जिसमें उसने अपना नाम डॉ हुरैरा लिखा था. तभी से सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश कर रही थीं.
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि यूपी एटीएस ने एनआईए की मदद से आज उसे कानपुर के शिवनगर से गिरफ्तार कर लिया.
सोशल मीडिया पर एक-47 के साथ उसकी तस्वीर आने के बाद उसकी मां ने कहा था कि सरकार को उसे गोली मार देनी चाहिए. और उसकी बहन ने कहा था कि अगर वह मर जाए तो उसकी लाश उनके घर न भेजी जाए क्योंकि किसी आतंकी से उनका कोई रिश्ता नहीं हो सकता.
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डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि वह गणेश चतुर्थी के मौके पर कोई वारदात करना चाहता था. उसके फोन से कानपुर के एक मंदिर की रेकी करने का वीडियो भी मिला है. उसने पूछताछ में हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य होना स्वीकार किया है और यह भी स्वीकारा है कि उसे कानपुर आतंकी मिशन पर भेजा गया था.
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कमर-उज-अमन बीए के तीसरे साल के इम्तिहान में बैठा लेकिन पास नहीं हो सका. उसने कम्प्यूटर कोर्स और टाइपिंग का डिप्लोमा किया है. वह सन 2017 में कश्मीर में ओसामा नाम के एक शख्स से मिला था, जिसके जरिए वह हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ. उसने हुज्बुल मुजहिदीन की ट्रेनिंग किश्तवाड़ से ऊपर पहाड़ के जंगलों में ली. 2013 में असम में उसकी शादी हुई थी. उसका एक बेटा भी है.
VIDEO : यूनिवर्सिटी का छात्र आतंकी बना
एटीएस उससे पूछताछ में यह जानना चाहती है कि वह कश्मीर से कब आकर यहां छुपा था? उसके और कौन-कौन से साथी हैं? उसके पास कितना पैसा है और कहां से आया? और उसके टारगेट क्या-क्या थे?
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि यूपी एटीएस ने एनआईए की मदद से आज उसे कानपुर के शिवनगर से गिरफ्तार कर लिया.
ATS has arrested a Hizbul Mujahideen terrorist from Kanpur. He apparently had plans to attack on occasion of Ganesh Chaturthi. During questioning he told us that he had gone for training to Kashmir in April 2017. He is of Indian nationality & is a literate person: OP Singh, DGP pic.twitter.com/EP0s4j1MXE
— ANI UP (@ANINewsUP) September 13, 2018
सोशल मीडिया पर एक-47 के साथ उसकी तस्वीर आने के बाद उसकी मां ने कहा था कि सरकार को उसे गोली मार देनी चाहिए. और उसकी बहन ने कहा था कि अगर वह मर जाए तो उसकी लाश उनके घर न भेजी जाए क्योंकि किसी आतंकी से उनका कोई रिश्ता नहीं हो सकता.
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डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि वह गणेश चतुर्थी के मौके पर कोई वारदात करना चाहता था. उसके फोन से कानपुर के एक मंदिर की रेकी करने का वीडियो भी मिला है. उसने पूछताछ में हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य होना स्वीकार किया है और यह भी स्वीकारा है कि उसे कानपुर आतंकी मिशन पर भेजा गया था.
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कमर-उज-अमन बीए के तीसरे साल के इम्तिहान में बैठा लेकिन पास नहीं हो सका. उसने कम्प्यूटर कोर्स और टाइपिंग का डिप्लोमा किया है. वह सन 2017 में कश्मीर में ओसामा नाम के एक शख्स से मिला था, जिसके जरिए वह हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ. उसने हुज्बुल मुजहिदीन की ट्रेनिंग किश्तवाड़ से ऊपर पहाड़ के जंगलों में ली. 2013 में असम में उसकी शादी हुई थी. उसका एक बेटा भी है.
VIDEO : यूनिवर्सिटी का छात्र आतंकी बना
एटीएस उससे पूछताछ में यह जानना चाहती है कि वह कश्मीर से कब आकर यहां छुपा था? उसके और कौन-कौन से साथी हैं? उसके पास कितना पैसा है और कहां से आया? और उसके टारगेट क्या-क्या थे?
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