नई दिल्ली:
दिल्ली में शनिवार सुबह एक बार तेज बारिश के साथ लोगों की आंखें खुलीं। शनिवार की छुट्टी होने के कारण इस बारिश से कई लोगों को तो राहत महसूस हुई, लेकिन जिन लोगों को ऑफिस जाना था उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
कुछ देर थमने के बाद एक बार फिर जोरदार बारिश ने दिल्ली को तर-ब-तर कर दिया। इससे जगह-जगह पानी जमा हो गया और कुछ जगहों पर जाम जैसी स्थिति बन गई। लगातार बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है। रिहायशी इलाक़ों का भी बुरा हाल है और कई जगहों पर घरों में भी पानी घुस गया है।
दिल्ली में शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे के बीच 93.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार नजफगढ़, ढांसा, छावला, नांगलोई, दिल्ली गेट, आईटीओ चौराहा, धौलाकुआं और नारायणा में पानी भरने के कारण वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा।
आईटीओ, विकास मार्ग, साउथ एक्सटेंशन, खानपुर, महिपालपुर, हरि नगर, आईआईटी चौराहा़, नेहरू प्लेस, यूसुफ सराय मार्केट और मुनिरका समेत कई इलाकों में गाड़ियों की रफ्तार थम गई।
लक्ष्मी नगर, कश्मीरी गेट, द्वारका, धौलाकुआं, सराय काले खां, मूलचंद, कड़कड़डूमा, राजघाट, कालिंदी कुंज समेत कई दूसरे महत्वपूर्ण चौराहों पर भी गाड़ियां रेंगती रहीं। कुछ इलाकों में घरों के बेसमेंट में पानी भर गया। कुछ इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जबकि कई सड़कों पर गाड़ियां बंद हो गईं, जिससे यातायात बाधित हो गया।
गुड़गांव और नोएडा से दिल्ली आने वाले लोग उपनगरीय इलाकों में पानी भरा होने के कारण ट्रैफिक में फंस गए। पूर्वी दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर के पास भी सुबह भारी बारिश के कारण पानी जमा हो गया और वहां लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ा।
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने शहर में जलजमाव की शिकायतें दर्ज कराने के लिए 24 घंटे चलने वाले केंद्रीयकृत नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर हेल्पलाइन नंबर शुरू किया।
शहर में दो दिन की बारिश से घटिया निकास प्रणाली सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में बारिश से कुछ इलाकों में घुटने तक पानी भर गया और लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ा।
लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘पानी निकास प्रणाली शहर में पर्याप्त नहीं है। करीब 160 ऐसे स्थान है जहां जलजमाव की आशंका बनी रहती है। पिछले कुछ दिनों में मैंने लोकनिर्माण विभाग में बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि पानी सड़कों से यथाशीघ्र निकाला जाए।’ सरकार ने दावा किया है कि उसने पानी निकालने के लिए 150 सचल टीमें लगाई हैं।
जैन ने कहा, ‘पानी निकास प्रणाली तत्काल नहीं सुधारी जा सकती है लेकिन जैसे ही हमें जल जमाव की सूचना मिलेगी, एक टीम भेजी जाएगी जो इलाके से पानी निकालेगी।’ सरकार का केंद्रीयकृत हेल्पलाइन नंबर 1800118595 है। इस नंबर पर लोग फोन कर जलजमाव की शिकायत कर सकते हैं। (इनपुट भाषा से भी)
कुछ देर थमने के बाद एक बार फिर जोरदार बारिश ने दिल्ली को तर-ब-तर कर दिया। इससे जगह-जगह पानी जमा हो गया और कुछ जगहों पर जाम जैसी स्थिति बन गई। लगातार बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है। रिहायशी इलाक़ों का भी बुरा हाल है और कई जगहों पर घरों में भी पानी घुस गया है।
दिल्ली में शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे के बीच 93.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार नजफगढ़, ढांसा, छावला, नांगलोई, दिल्ली गेट, आईटीओ चौराहा, धौलाकुआं और नारायणा में पानी भरने के कारण वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा।
आईटीओ, विकास मार्ग, साउथ एक्सटेंशन, खानपुर, महिपालपुर, हरि नगर, आईआईटी चौराहा़, नेहरू प्लेस, यूसुफ सराय मार्केट और मुनिरका समेत कई इलाकों में गाड़ियों की रफ्तार थम गई।
लक्ष्मी नगर, कश्मीरी गेट, द्वारका, धौलाकुआं, सराय काले खां, मूलचंद, कड़कड़डूमा, राजघाट, कालिंदी कुंज समेत कई दूसरे महत्वपूर्ण चौराहों पर भी गाड़ियां रेंगती रहीं। कुछ इलाकों में घरों के बेसमेंट में पानी भर गया। कुछ इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जबकि कई सड़कों पर गाड़ियां बंद हो गईं, जिससे यातायात बाधित हो गया।
गुड़गांव और नोएडा से दिल्ली आने वाले लोग उपनगरीय इलाकों में पानी भरा होने के कारण ट्रैफिक में फंस गए। पूर्वी दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर के पास भी सुबह भारी बारिश के कारण पानी जमा हो गया और वहां लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ा।
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने शहर में जलजमाव की शिकायतें दर्ज कराने के लिए 24 घंटे चलने वाले केंद्रीयकृत नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर हेल्पलाइन नंबर शुरू किया।
शहर में दो दिन की बारिश से घटिया निकास प्रणाली सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में बारिश से कुछ इलाकों में घुटने तक पानी भर गया और लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ा।
लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘पानी निकास प्रणाली शहर में पर्याप्त नहीं है। करीब 160 ऐसे स्थान है जहां जलजमाव की आशंका बनी रहती है। पिछले कुछ दिनों में मैंने लोकनिर्माण विभाग में बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि पानी सड़कों से यथाशीघ्र निकाला जाए।’ सरकार ने दावा किया है कि उसने पानी निकालने के लिए 150 सचल टीमें लगाई हैं।
जैन ने कहा, ‘पानी निकास प्रणाली तत्काल नहीं सुधारी जा सकती है लेकिन जैसे ही हमें जल जमाव की सूचना मिलेगी, एक टीम भेजी जाएगी जो इलाके से पानी निकालेगी।’ सरकार का केंद्रीयकृत हेल्पलाइन नंबर 1800118595 है। इस नंबर पर लोग फोन कर जलजमाव की शिकायत कर सकते हैं। (इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं