चण्डीगढ़:
हरियाणा के परिवहन मंत्री ओपी जैन और मुख्य संसदीय सचिव जिले राम शर्मा ने एक गांव के सरपंच की हत्या के मामले में नाम आने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उनसे इस्तीफा देने को कहा था। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया, "मुख्यमंत्री के कहने पर मंत्री और मुख्य संसदीय सचिव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने के लिए राज्य के राज्यपाल को भेज दिए गए हैं।" जैन और शर्मा के नाम एक गांव के सरपंच करम सिंह की हत्या के मामले में सामने आए थे। चाकू से गोदा गया सरपंच का शव मंगलवार को करनाल में 'नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट' के नजदीक पाया गया गया था। हत्या के एक दिन पहले ही करम सिंह (50) ने मुख्यमंत्री हुड्डा और पुलिस को लिखित शिकायत की थी कि मंत्री तथा मुख्य संसदीय सचिव ने उनके साथ धोखा किया। करम सिंह ने जैन और शर्मा पर उनके बेटे तथा दो भतीजों को नौकरी देने के बदले करीब 13 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया। लेकिन उन्हें न तो नौकरी दी गई और न ही पैसे लौटाए गए। करम सिंह ने मुख्यमंत्री कार्यालय को भी चिट्ठी भेजी थी। करम सिंह के बेटे राजिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि जैन और शर्मा के इशारे पर उनके पिता की हत्या की गई। उन्होंने कहा, "मेरे पिता शर्मा के सहयोगी के साथ मंगलवार सुबह घर से निकले थे। उन्होंने कुछ देर बाद मुझे फोन किया था और कहा था कि वह शर्मा के सहयोगी के साथ लोक निर्माण गृह जा रहे हैं। उसके बाद उनसे सम्पर्क नहीं हुआ और दोपहर हमें उनकी हत्या की खबर मिली।" "मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि मेरे पिता की हत्या जिले राम के लोगों ने की। वह अपने तथा परिवहन मंत्री के खिलाफ मेरे पिता की शिकायत से नाराज थे। मैं उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराना चाहता हूं। लेकिन पुलिस सहयोग नहीं कर रही।" उल्लेखनीय है कि हरियाणा पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
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