एएसआई अशोक यादव (फाइल फोटो)
हाजीपुर:
हाजीपुर दारोगा हत्या कांड पुलिस के लिए पहेली बन चुकी थी, चूंकि यह काम नवयुवकों के नए गैंग की थी जो लिफ्ट देने के नाम पर महज कुछ रुपए छीनकर हत्या करता था। वैशाली जिले के चर्चित एएसआई अशोक यादव हत्याकांड का खुलासा वैशाली पुलिस ने लगभग साढ़े पांच माह बाद कर लिया है। इस मामले में संलिप्त तीन शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके पास से एएसआई का लूटा गया सर्विस रिवॉल्वर भी बरामद कर लिया है। इस मामले में संलिप्त एक अन्य की तलाश पुलिस काफी सरगर्मी से कर रही है। खुलासा हुआ है कि स्विफ्ट कार में बदमाशों ने एएसआई की हत्या उन्हीं की सर्विस रिवॉल्वर से कर दी थी। हालांकि उनसे रुपए और अन्य सामान छीनने के दौरान एएसआई अशोक ने एक बदमाश को गोली मारकर जख्मी कर दिया था जो पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है।
दस एटीएम कार्ड बरामद
वैशाली के पुलिस कप्तान राकेश कुमार ने बताया कि गत रात उन्हे सूचना मिली कि एक व्यक्ति अपराध की योजना बनाते हुए किसी से मोबाइल पर बात कर रहा है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस की एक विशेष टीम का गठन कर सदन थाना इलाके पर छापामारी का निर्देश दिया गया। पुलिस की टीम ने छापामारी कर मिथिलेश के बेटे पोलु कुमार उर्फ सौरभ कुमार को दबोच लिया। उसके पास से पुलिस ने एक स्विफ्ट कार, विभिन्न व्यक्तियों से लूटे गए दस एटीएम कार्ड अलग-अलग बैंकों का बरामद किया। पुलिस को उसके घर की तलाशी के दौरान एएसआई अशोक यादव से लूटी गई सर्विस रिवॉल्वर और 25 जिंदा गोली मिली। सर्विस रिवॉल्वर मिलते ही पुलिस को यकीन हो गया कि उक्त हत्याकांड में उसकी संलिप्तता है।
रिवॉल्वर और कार की जांच
पुलिस ने अपराधियों के पास से बरामद कार और रिवॉल्वर की जांच की और टीम को कार के अंदर खून के धब्बे भी मिले है। उस धब्बे को एएसआई अशोक यादव के खून से सने कपड़े से मिलान किया जा रहा है। पुलिस कप्तान ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम एवं साक्ष्यों की जांच वैज्ञानिक तरीके से की जा रही है। बता दें कि अशोक यादव की हत्या इसी साल 8 जनवरी को गोली मारकर कर दी गई थी। उनकी हत्या उस वक्त कर दी गई थी जब वे अपने घर बक्सर से अवकाश के बाद लौट रहे थे। बदमाशों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि स्वीफ्ट कार पर सवार बदमाशों ने उन्हें हाजीपुर के पास लिफ्ट दी थी। गाड़ी में सवार होने के बाद बदमाशों ने लूटपाट शुरू कर दी।
दस एटीएम कार्ड बरामद
वैशाली के पुलिस कप्तान राकेश कुमार ने बताया कि गत रात उन्हे सूचना मिली कि एक व्यक्ति अपराध की योजना बनाते हुए किसी से मोबाइल पर बात कर रहा है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस की एक विशेष टीम का गठन कर सदन थाना इलाके पर छापामारी का निर्देश दिया गया। पुलिस की टीम ने छापामारी कर मिथिलेश के बेटे पोलु कुमार उर्फ सौरभ कुमार को दबोच लिया। उसके पास से पुलिस ने एक स्विफ्ट कार, विभिन्न व्यक्तियों से लूटे गए दस एटीएम कार्ड अलग-अलग बैंकों का बरामद किया। पुलिस को उसके घर की तलाशी के दौरान एएसआई अशोक यादव से लूटी गई सर्विस रिवॉल्वर और 25 जिंदा गोली मिली। सर्विस रिवॉल्वर मिलते ही पुलिस को यकीन हो गया कि उक्त हत्याकांड में उसकी संलिप्तता है।
रिवॉल्वर और कार की जांच
पुलिस ने अपराधियों के पास से बरामद कार और रिवॉल्वर की जांच की और टीम को कार के अंदर खून के धब्बे भी मिले है। उस धब्बे को एएसआई अशोक यादव के खून से सने कपड़े से मिलान किया जा रहा है। पुलिस कप्तान ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम एवं साक्ष्यों की जांच वैज्ञानिक तरीके से की जा रही है। बता दें कि अशोक यादव की हत्या इसी साल 8 जनवरी को गोली मारकर कर दी गई थी। उनकी हत्या उस वक्त कर दी गई थी जब वे अपने घर बक्सर से अवकाश के बाद लौट रहे थे। बदमाशों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि स्वीफ्ट कार पर सवार बदमाशों ने उन्हें हाजीपुर के पास लिफ्ट दी थी। गाड़ी में सवार होने के बाद बदमाशों ने लूटपाट शुरू कर दी।
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