यह ख़बर 28 अप्रैल, 2014 को प्रकाशित हुई थी

मुझे आपके बहादुर बेटे की फ्लाइट उड़ाने का सम्मान प्राप्त हुआ, एक पत्र शहीद के अभिभावकों को

नई दिल्ली:

वह पायलट जिसने भारतीय थल-सेना के मेजर मुकुंद वरदराजन, जो कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ मे मारे गए, का शव लेकर उड़ान भरी उन्होंने शहीद के माता-पिता को पत्र लिखा।

एयर इंडिया के कप्तान एस श्रीनिवासन ने एनडीटीवी से इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने मेजर वरदराजन के अभिभावकों को पत्र लिखा है, जिसमें उन्हें प्रिय माता एवं पिता के नाम से सम्बोधित किया है जिससे कि उन्हें अपनेपन का एहसास हो।

पायलट ने लिखा, 'मुझे आपके बहादुर बेटे को फ्लाइट में उड़ाने का सम्मान प्राप्त हुआ। मैं अपनी संवेदना एवं प्रणाम आप दोनों को भेज रहा हूं, कृपया इसे स्वीकार कीजिएगा। ईश्वर मुकुंद की आत्मा को शांति दे और आपको यह क्षति सहने की शक्ति प्रदान करें। मुझे अपने एक और बेटे की तरह ही समझना।' इस पत्र को कई बार री-ट्वीट किया गया है।

मेजर वरदराजन का सोमवार को पूरे सेन्य सम्मान और 42 तोपों की सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनकी मृत्यु शुक्रवार को शोपियां में हुई, जो कि श्रीनगर सें 60 किलोमीटर दूर है।

थल सेना का दावा है कि आतंकवादियों के किसी गांव में छिपे होने की ख़बर मिलीं औऱ मेजर नें कमान सम्भाली और घन्टों आतंकियों से मुठभेड़ की। उनकी मृत्यु कई चोटों के कारण हुई जब अगली सुबह उन्हें अस्पताल के लिए ले जाया जा रहा था।

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उनका राष्ट्रीय ध्वज और फ़ूलों से लिपटा शव कल रात चेन्नई पहुंचाया गया। वरदराजन के पीछे उनकी पत्नी और एक तीन वर्ष की बेटी है।