गुड़गांव:
गुड़गांव में एक 15 साल के लड़के को चलती ट्रेन के सामने स्टंट करना महंगा पड़ गया। गनीमत यह रही कि स्टंट कर रहे बाकी पांच लोग सही सलामत बच गए हैं।
दरअसल गुड़गांव के सेक्टर सात में रहने वाले दिल्ली में सीपीडबल्यूडी विभाग के सिविल इंजीनियर का 15 साल का बेटा नील अपने पांच दोस्तों के साथ दिल्ली-जयपुर रेलवे ट्रैक पर स्टंट करने गया था। गुड़गांव के सेक्टर नौ इलाके से गुजर रही रेलवे लाइन पर सभी बच्चे हादसे से पहले बैठे थे और नील अपने सारे दोस्तों की अपने मोबाईल से फोटो खींच रहा था।
जीआरपी थाना के जांच अधिकारी महावीर यादव के अनुसार वो लोग स्टंट कर रहे थे कि जब ट्रेन नजदीक आ जाएगी तो सभी लोग एक तरफ हट जाएंगे लेकिन जब ट्रेन नजदीक आई तो नील ट्रैक से हट नहीं पाया और ट्रेन की चपेट में आ गया और नील की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद नील के दोस्तों ने नील के परिजनों को फोन किया जब वे मौके पर पहुंचे तो सन्न रह गए। नील के पिताजी ने बताया कि हादसे के कुछ देर पहले ही नील ने उनसे बात की थी और कहा था कि नील ने अपने स्कूल के टेस्ट में अच्छे नम्बर हासिल किए हैं और ट्यूशन के बाद वो अपने दोस्तों के साथ घूमने जा रहा है।
नील गुड़गांव के ही सेक्टर चार में ब्लूबेल्स स्कूल की 10 कक्षा का छात्र था। अब नील के परिजनों का आरोप है कि नील तो अपने दोस्तों की फोटो खींच रहा था और नील को पीछे आती हुई ट्रेन भी दिख रही थी फिर भी नील ही हादसे का शिकार हो गया।
नील के मामा डॉ पंकज मेहता का कहना है कि हो सकता है कि ये नील के किसी दोस्त की शरारत हो सकती है क्योंकि नील बहुत ही अच्छा बच्चा था। नील के मामा का तो यहां तक कहना है कि हादसे की जगह से कुछ ही दूरी फाटक पर सुरक्षाकर्मी होता है जिसका कहना है कि सारे बच्चे कई बार यहां आते थे और यहां पर खतरनाक स्टंट किया करते थे।
परिजनों का आरोप है कि अगर सुरक्षाकर्मी को पता था कि बच्चे इस तरीके से स्टंट करते हैं तो फिर सुरक्षाकर्मी ने पुलिस या फिर परिजनो को सूचित क्यों नहीं किया।
गुड़गांव में स्टंट के चक्कर में 15 साल के बच्चे नील की तो मौत हो गई लेकिन घटना से कुछ पलो से पहले ही नील ने अपने कैमरे में कैद कर लिया तस्वीर में दिख रहा है कि जैसे ही ट्रेन नजदीक आई नील ने मोबाईल कैमरे से फोटो खींचने मशगूल हो गया और ट्रैक से हट नहीं पाया जिससे नील ट्रेन की चपेट में आ गया।
पुलिस अभी तक नील के बाकी दोस्तों से बात नहीं कर पाई है क्योंकि दोस्तों ने अपने दोस्त को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते देखा है। हो सकता है कि सारे दोस्त सदमें में हो लेकिन सवाल ये उठता है कि ये सिर्फ हादसा है या फिर साजिश?
दरअसल गुड़गांव के सेक्टर सात में रहने वाले दिल्ली में सीपीडबल्यूडी विभाग के सिविल इंजीनियर का 15 साल का बेटा नील अपने पांच दोस्तों के साथ दिल्ली-जयपुर रेलवे ट्रैक पर स्टंट करने गया था। गुड़गांव के सेक्टर नौ इलाके से गुजर रही रेलवे लाइन पर सभी बच्चे हादसे से पहले बैठे थे और नील अपने सारे दोस्तों की अपने मोबाईल से फोटो खींच रहा था।
जीआरपी थाना के जांच अधिकारी महावीर यादव के अनुसार वो लोग स्टंट कर रहे थे कि जब ट्रेन नजदीक आ जाएगी तो सभी लोग एक तरफ हट जाएंगे लेकिन जब ट्रेन नजदीक आई तो नील ट्रैक से हट नहीं पाया और ट्रेन की चपेट में आ गया और नील की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद नील के दोस्तों ने नील के परिजनों को फोन किया जब वे मौके पर पहुंचे तो सन्न रह गए। नील के पिताजी ने बताया कि हादसे के कुछ देर पहले ही नील ने उनसे बात की थी और कहा था कि नील ने अपने स्कूल के टेस्ट में अच्छे नम्बर हासिल किए हैं और ट्यूशन के बाद वो अपने दोस्तों के साथ घूमने जा रहा है।
नील गुड़गांव के ही सेक्टर चार में ब्लूबेल्स स्कूल की 10 कक्षा का छात्र था। अब नील के परिजनों का आरोप है कि नील तो अपने दोस्तों की फोटो खींच रहा था और नील को पीछे आती हुई ट्रेन भी दिख रही थी फिर भी नील ही हादसे का शिकार हो गया।
नील के मामा डॉ पंकज मेहता का कहना है कि हो सकता है कि ये नील के किसी दोस्त की शरारत हो सकती है क्योंकि नील बहुत ही अच्छा बच्चा था। नील के मामा का तो यहां तक कहना है कि हादसे की जगह से कुछ ही दूरी फाटक पर सुरक्षाकर्मी होता है जिसका कहना है कि सारे बच्चे कई बार यहां आते थे और यहां पर खतरनाक स्टंट किया करते थे।
परिजनों का आरोप है कि अगर सुरक्षाकर्मी को पता था कि बच्चे इस तरीके से स्टंट करते हैं तो फिर सुरक्षाकर्मी ने पुलिस या फिर परिजनो को सूचित क्यों नहीं किया।
गुड़गांव में स्टंट के चक्कर में 15 साल के बच्चे नील की तो मौत हो गई लेकिन घटना से कुछ पलो से पहले ही नील ने अपने कैमरे में कैद कर लिया तस्वीर में दिख रहा है कि जैसे ही ट्रेन नजदीक आई नील ने मोबाईल कैमरे से फोटो खींचने मशगूल हो गया और ट्रैक से हट नहीं पाया जिससे नील ट्रेन की चपेट में आ गया।
पुलिस अभी तक नील के बाकी दोस्तों से बात नहीं कर पाई है क्योंकि दोस्तों ने अपने दोस्त को अपनी आंखों के सामने दम तोड़ते देखा है। हो सकता है कि सारे दोस्त सदमें में हो लेकिन सवाल ये उठता है कि ये सिर्फ हादसा है या फिर साजिश?
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