देश मे कोरोना (Coronavirus) के इलाज के लिए प्लाज़्मा थेरेपी (Plasma Therapy) देना बंद हो सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी. आईसीएमआर (ICMR) के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि इस पर चर्चा चल रही है कि नेशनल कोविड ट्रीटमेंट की गाइडलाइन्स से इसको हटाया जा सकता है और बात इसी और बढ़ रही है. ICMR के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव के मुताबिक, 'हमने नेशनल टास्क फोर्स में हमारे प्लाज्मा थेरेपी ट्रायल के बारे में चर्चा की है, आगे हम जॉइंट मॉनिटरिंग ग्रुप में इसके बारे में चर्चा कर रहे हैं कि इसको नेशनल गाइडलाइंस से हटाया जा सकता है. यह चर्चा चल रही है और हम लगभग इसी और बढ़ रहे हैं.'
कोरोना मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं: डॉ हर्षवर्धन
दरअसल सितंबर महीने में आईसीएमआर के प्लाज्मा थेरेपी के ऊपर किए गए ट्रायल के नतीजे सामने आए जिसमें कहा गया कि प्लाज्मा थेरेपी ना तो कोरोना मरीजों की मौत रोकने में कामयाब हो पा रही है, ना ही हालात बिगड़ने की रफ्तार पर ब्रेक लगा पा रही है.
प्लाज़्मा थेरेपी Covid-19 मरीज़ की मौत रोकने में कारगर नहीं: ICMR का शोध
ICMR ने देश के 14 राज्यों के 39 अस्पतालों में 464 मरीज़ों पर प्लाज्मा थेरेपी को स्टडी किया था, ये दुनिया का सबसे बड़ा ट्रायल था प्लाज्मा थेरेपी पर. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को नेशनल कोविड-19 क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल में इन्वेस्टिगेशनल थेरेपी के तौर पर इजाजत दी थी. जिसके बाद दिल्ली समेत कई राज्यों में प्लाज्मा बैंक बनाया गया और मरीजों को अच्छी संख्या में प्लाज्मा थेरेपी दी गयी.
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