IAF हेलिकॉप्टर क्रैश : वायु सेना के Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे.
नई दिल्ली:
CDS Gen Bipin Rawat Helicopter Crash: भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है.इस हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोग सवार थे, इसमें पांच क्रू मेंबर शामिल हैं. दुर्घटना मे 13 लोगों की मौत हुई है.
इस घटना की अब तक की 10 अहम जानकारियां
- ऐसा माना जा रहा है कि वायु सेना के Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे. वायु सेना ने पुष्टि की है कि जनरल बिपिन रावत इस हेलीकॉपटर में सवार थे. फिलहाल उनकी स्थिति की कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.
- इस घटना में 13 लोगों की मौत हो गई है. हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोग सवार थे.
- विमान में सवार और मृत पाए गए लोगों की पहचान फिलहाल जाहिर नहीं की गई है.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दुर्घटना की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी. सिंह संसद को भी इस घटना की जानकारी देंगे.
- हेलिकॉप्टर ने तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास सुलूर में एक सैन्य अड्डे से उड़ान भरी थी. यह उधगमंडलम में वेलिंगटन जा रहा था, जहां रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज स्थित है.
- तमिलनाडु सरकार ने नीलगिरि जिला कलेक्टर सहित वरिष्ठ अधिकारियों को दुर्घटनास्थल पर भेजा है ताकि बचाव अभियान और जांच में मदद की जा सके. उधगमंडलम से एक मेडिकल टीम और कोयंबटूर के विशेषज्ञों को घटनास्थल पर भेजा जा रहा है.
- राज्य के वन मंत्री भी दुर्घटनास्थल पहुंच रहे हैं. स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.
- नीलगिरी की पहाड़ियों में जहां यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है वह एक जंगल का इलाका है, जिसके चलते मलबे तक पहुंचना कठिन हो रहा है. विजुअल्स में पहाड़ पर बिखरे हुए मलबे और घने धुएं व आग के बीच बचाव कार्य में जुटे दल को देखा जा सकता है.
- भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर यह पुष्टि की है कि जनरल रावत इस हेलीकॉप्टर में सवार थे और इस घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार इस हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, बिग्रेडियर एलएस लिडर,एसएम,वीएसएम, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, विवेक कुमार, बी साई तेजा और हवलदान सतपाल के अलावा पांच क्रू मेंबर भी सवार थे.
- 63 वर्षीय जनरल रावत ने जनवरी 2019 में बतौर भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कार्यभार संभाला था. उन्हें सैन्य मामलों के नव-निर्मित विभाग का प्रमुख भी नियुक्त किया गया था.