प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
पेरिस के हमलों के बाद पुतिन ने कहा कि 40 देशों से इस्लामिक स्टेट को फंडिंग हो रही है। आतंकवाद की मार लगातार झेलते भारत की एजेंसियां भी बता रही हैं कि यहां आतंकवादी संगठनों को तमाम जगहों और धंधों से पैसा आ रहा है। बुधवार को 26/11 के आरोपी बनाए गए डेविड हेडली को बस रेकी के नाम पर डेढ़ लाख से ऊपर रकम मिली थी।
सुरक्षा एजेंसियों ने दो करोड़ से अधिक रकम जब्त की
भारत की सुरक्षा एजेंसियां बता रही हैं कि भारत में भी आतंकवाद के लिए बाकायदा फंडिंग हो रही है। उन्होंने हाल ही में दो करोड़ से ज़्यादा की रकम जब्त की है जो आतंकी संगठनों के लिए थी। 2.12 करोड़ की यह रकम दहशतगर्दी से जुड़े 37 स्थानों पर जा रही थी। इनमें 8 कंपनियां हैं और बाकी 29 व्यक्तिगत खाते।
हिजबुल मुजाहिदीन को पाकिस्तान ने 80 करोड़ रुपये दिए
बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस फंडिंग की कमर तोड़नी होगी। दहशतगर्दी के लिए फंडिंग का यह खौफनाक खेल पुराना है, जिसमें अलग-अलग देश शामिल हैं। दुनिया के 34 देशों को मिलाकर बनाई गई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते आठ साल में हिजबुल मुजाहिदीन को पाकिस्तान से 80 करोड़ रुपये आए हैं। इसके लिए बैंकिंग नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया।
सोशल मीडिया से क्राउड फंडिंग
गृह मंत्रालय अब कह रहा है कि वह इस नेटवर्क की जांच करके देखेगा कि लश्कर और इंडियन मुजाहिदीन जैसे संगठनों को आईएस का पैसा तो नहीं पहुंच रहा। अभी तक यह संगठन जाली नोट, जानवरों की तस्करी, ड्रग्स और किडनैपिंग जैसे जरियों से पैसा जुटाते रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए होने वाली क्राउड फंडिंग अब सुरक्षा एजेंसियों का नया सिरदर्द है।
सुरक्षा एजेंसियों ने दो करोड़ से अधिक रकम जब्त की
भारत की सुरक्षा एजेंसियां बता रही हैं कि भारत में भी आतंकवाद के लिए बाकायदा फंडिंग हो रही है। उन्होंने हाल ही में दो करोड़ से ज़्यादा की रकम जब्त की है जो आतंकी संगठनों के लिए थी। 2.12 करोड़ की यह रकम दहशतगर्दी से जुड़े 37 स्थानों पर जा रही थी। इनमें 8 कंपनियां हैं और बाकी 29 व्यक्तिगत खाते।
हिजबुल मुजाहिदीन को पाकिस्तान ने 80 करोड़ रुपये दिए
बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस फंडिंग की कमर तोड़नी होगी। दहशतगर्दी के लिए फंडिंग का यह खौफनाक खेल पुराना है, जिसमें अलग-अलग देश शामिल हैं। दुनिया के 34 देशों को मिलाकर बनाई गई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते आठ साल में हिजबुल मुजाहिदीन को पाकिस्तान से 80 करोड़ रुपये आए हैं। इसके लिए बैंकिंग नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया।
सोशल मीडिया से क्राउड फंडिंग
गृह मंत्रालय अब कह रहा है कि वह इस नेटवर्क की जांच करके देखेगा कि लश्कर और इंडियन मुजाहिदीन जैसे संगठनों को आईएस का पैसा तो नहीं पहुंच रहा। अभी तक यह संगठन जाली नोट, जानवरों की तस्करी, ड्रग्स और किडनैपिंग जैसे जरियों से पैसा जुटाते रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए होने वाली क्राउड फंडिंग अब सुरक्षा एजेंसियों का नया सिरदर्द है।
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