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This Article is From Nov 06, 2020

दिल्ली में पटाखे पर पूरी तरह से पाबंदी का आदेश प्रभावी, 9 नवंबर को होगी अहम बैठक

Pollution Control पर दिल्ली सरकार के इस आदेश को सख्ती से लागू करवाने के लिए 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस, दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमिटी, डिविजनल कमिश्नर और पर्यावरण मंत्रालय की बैठक होगी.

दिल्ली में पटाखे पर पूरी तरह से पाबंदी का आदेश प्रभावी, 9 नवंबर को होगी अहम बैठक
दिल्ली सरकार पटाखों पर प्रतिबंध और प्रदूषण नियंत्रण पर एसओपी भी जारी करेगी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने पटाखे पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने के फैसले के एक दिन बाद शुक्रवार को इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी. इससे यह आदेश प्रभावी हो गया है. सरकार नौ नवंबर को एक बैठक बुलाएगी, जिसके बाद आदेश को लागू करने के लिए गाइडलाइन भी जारी की जाएगी. Delhi-NCR में प्रदूषण की गंभीर स्थिति के बीच यह कदम आम आदमी पार्टी की सरकार ने उठाया है.

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अधिसूचना के मुताबिक, दिल्ली में 7 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक सभी तरह के पटाखे जलाने और इनकी बिक्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी. जिला अधिकारी और दिल्ली पुलिस के डीसीपी इस आदेश को लागू करवाएंगे. पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर रोजाना कार्यवाही रिपोर्ट दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (DPCC) को भेजी जाएगी. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के अनुसार, आदेश के उल्लंघन पर 'एयर ( प्रीवेंशन एंड कंट्रोल आफ पॉल्यूशन) एक्ट के तहत अधिकतम 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.

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9 नवंबर को ही बैठक
दिल्ली सरकार के इस आदेश को सख्ती से लागू करवाने के लिए 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस, दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमिटी, डिविजनल कमिश्नर और पर्यावरण मंत्रालय की बैठक भी होगी. इस बैठक के बाद दिल्ली सरकार के आदेश को सख्ती से लागू करवाने के लिए बाकायदा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) यानी गाइडलाइन भी जारी की जाएगी.

पराली से प्रदूषण का आखिरी साल होगा-केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनवरी से 15 अक्टूबर तक दिल्ली की हवा साफ रहती है. फिर इसके बाद आसपास के राज्यों में पराली जलती है तो दिल्ली में प्रदूषण आता है. पराली को खाद में बदलने की तकनीक भी पूसा इंस्टीट्यूट ने तैयार की है. अब पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार के पास बहाना नही होगा, अगर केमिकल चाहिए तो हमारी सरकार पूसा इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर इन राज्यों को पहुंचाएगी. ये सरकार मिलकर काम करें तो आखिरी साल होगा, जब दिल्ली में पराली से प्रदूषण आया है. अगले साल से पराली प्रदूषण आने का कोई मतलब ही नही है, क्योंकि दिल्ली ने पराली को खाद में बदलना सिखा दिया है.

तीसरी लहर भी जल्द ही खत्म हो जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा, 23 जून में सबसे ज्यादा केस थे, और आज तीसरी लहर आ गयी है. लेकिन मुझे उम्मीद है कि तीसरी लहर भी पिछली 2 लहर की तरह जल्दी खत्म हो जाएगी. कोरोना पर काबू पाने के लिए जब तक दवाई नहीं आती मास्क ही दवाई है. कई भाई बहन मास्क तो पहने हैं लेकिन नाक के नीचे या गर्दन पर. समझता हूं कि सांस लेने में दिक्कत होती है लेकिन ख़ुद को बचाने का कोई अन्य तरीका नही है. मास्क पहनने को जन-आंदोलन बनाना होगा.

दिल्ली के बाद गुरुग्राम में भी पटाखों पर पाबंदी

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