82 वर्षीय चोटाला ने जेल में बंद रहकर 12वीं फर्स्ट क्लास पास करके शिक्षा के प्रति एक संदेश दिया है (फाइल फोटो)
चंडीगढ़:
कहते हैं शिक्षा हासिल करने की न तो कोई उम्र होती है और नहीं कोई स्थान विशेष. बस दिल में लगन हो तो किसी भी हालात में पढ़ाई की जा सकती है. और यह बात साबित कर दिखाई है हरियाणा के 82 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने. चोटाला ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में दस साल की सजा काटते हुए बारहवीं कक्षा की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की है.
उनके छोटे बेटे और वरिष्ठ इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला यह जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में दोषी चौटाला अब 12वीं करने के बाद बीए की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं. अभय ने बताया कि वह तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए बनाए गए केन्द्र पर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान द्वारा कराई गई बारहवीं की परीक्षा में शामिल हुए. अंतिम परीक्षा 23 अप्रैल को हुई थी. वह इस दौरान पैरोल पर रिहा थे लेकिन चूंकि परीक्षा केन्द्र जेल परिसर के अंदर था, वह वापस जेल आए और परीक्षा में शामिल हुए.
बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला अपने पोते और हिसार से सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला की शादी में शामिल होने के लिए पिछले महीने पैरोल पर रिहा हुए थे. उनकी पैरोल पांच मई को समाप्त हुई थी.
अभय ने कहा कि वह पिछले साढे चार साल से जेल में बंद हैं. पिता ने अपने समय का सदुपयोग करने का सोची और अपनी शिक्षा आगे बढ़ाई और कड़ी मेहनत करके उन्होंने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की. अभय ने बताया कि इनेलो प्रमुख को पारिवारिक परिस्थितियों के कारण अपनी पढाई बीच में छोड़नी पड़ी थी.
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के प्रेरणास्रोत वर्ष 1999 में माडल जेसिका लाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मनु शर्मा हैं जो जेल में रहते हुए एलएलबी की पढाई कर रहे हैं.
(इनपुट भाषा से)
उनके छोटे बेटे और वरिष्ठ इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला यह जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में दोषी चौटाला अब 12वीं करने के बाद बीए की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं. अभय ने बताया कि वह तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए बनाए गए केन्द्र पर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान द्वारा कराई गई बारहवीं की परीक्षा में शामिल हुए. अंतिम परीक्षा 23 अप्रैल को हुई थी. वह इस दौरान पैरोल पर रिहा थे लेकिन चूंकि परीक्षा केन्द्र जेल परिसर के अंदर था, वह वापस जेल आए और परीक्षा में शामिल हुए.
बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला अपने पोते और हिसार से सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला की शादी में शामिल होने के लिए पिछले महीने पैरोल पर रिहा हुए थे. उनकी पैरोल पांच मई को समाप्त हुई थी.
अभय ने कहा कि वह पिछले साढे चार साल से जेल में बंद हैं. पिता ने अपने समय का सदुपयोग करने का सोची और अपनी शिक्षा आगे बढ़ाई और कड़ी मेहनत करके उन्होंने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की. अभय ने बताया कि इनेलो प्रमुख को पारिवारिक परिस्थितियों के कारण अपनी पढाई बीच में छोड़नी पड़ी थी.
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के प्रेरणास्रोत वर्ष 1999 में माडल जेसिका लाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मनु शर्मा हैं जो जेल में रहते हुए एलएलबी की पढाई कर रहे हैं.
(इनपुट भाषा से)
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