विज्ञापन
This Article is From May 23, 2018

AIIMS भोपाल में निदेशक की नियुक्ति के लिए दो छात्रों ने की 620 किलोमीटर पदयात्रा

दिल्ली पहुंचने से पहले रास्ते में स्थाई निदेशक की नियुक्ति की सूचना मिली, मथुरा में पद यात्रा को विराम दिया

AIIMS भोपाल में निदेशक की नियुक्ति के लिए दो छात्रों ने की 620 किलोमीटर पदयात्रा
एम्स भोपाल के के छात्र.
नई दिल्ली: एम्स भोपाल में पिछले तीन साल से निदेशक पद खाली है. निदेशक पद पर प्रभारी निदेशक कार्यरत हैं, इस कारण एम्स के सारे कार्य बाधित होते हैं. इस बातों को ध्यान में रखते हुए एम्स के समस्त मेडिकल छात्रों ने 2 मई से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जब किसी ने भी इनकी बात नहीं सुनी तो 3 मई से संत गुरु प्रसाद एंव चंदन के आर्यन ने भोपाल से दिल्ली कि पद यात्रा प्रारंभ की ताकि इनकी बात संबंधित अधिकारियों तक पहुंचे और स्थाई निदेशक कि नियुक्ति हो सके.

बीस दिन तक भीषण गर्मी में चलने के बाद जब ये लोग विदिशा, चंदेरी, ग्वालियर और आगरा के रास्ते होते हुए मथुरा तक पहुंचे. जब इन्हें 22 मई को लगभग 620 किलोमीटर चलने के बाद स्थाई निदेशक की नियुक्ति की सूचना प्राप्त हुई तब इन्होने मथुरा में अपने पद यात्रा को विराम दिया.

इस यात्रा में डॉ कार्तिक और डॉ सुमन रौशन ने साथ चल कर सहायता की जबकि भोपाल में रहकर डॉ पार्थ देशमुख तथा डॉ प्रसून मिश्रा ने मीडिया कवरेज, सोशल मीडिया एंव अन्य कार्यों में सहायता की. मथुरा में पद यात्रा समाप्त करने के बाद ये छात्र नई दिल्ली पहुंचे और राजघाट पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस यात्रा में उच्च तापमान के कारण छात्रों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, पैरों में छाले हो गए तो कभी उल्टियां हुई, कई बार पानी कि दिक्कत एंव रात में रोशनी कि कमी के कारण चलना भी मुश्किल था लेकिन ये डगमगाए नहीं.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: