
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार पर निशाना साध रही हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) किसानों के प्रदर्शन के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है और लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. किसान आंदोलन के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार पर मंगलवार को हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के लिए प्रदर्शन कर रहे किसान खालिस्तानी हैं और क्रोनी कैपिटलिस्ट पक्के दोस्त हैं.
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "मोदी सरकार के लिए: विरोध करने वाले स्टूडेंट्स राष्ट्र-विरोधी हैं. चिंतित नागरिक अर्बन नक्सली हैं. प्रवासी मजदूर कोविड कैरियर हैं. रेप पीड़ित कुछ नहीं है. प्रदर्शन कर रहे किसान खालिस्तानी हैं... और सांठगांठ किए बैठे पूंजीपति (Crony capitalists) सबसे अच्छे दोस्त हैं."
For Modi Govt:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2020
Dissenting students are anti-nationals.
Concerned citizens are urban naxals.
Migrant labourers are Covid carriers.
Rape victims are nobody.
Protesting farmers are Khalistani.
And
Crony capitalists are best friends.
बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का आंदोलन मंगलवार को 20वें दिन में प्रवेश कर गया है. कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती है वे एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. सरकार किसानों को मनाने में जुटी है. विपक्षी पार्टियों ने केंद्र के कृषि कानूनों को "काला कानून" करार दिया है.
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