अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने और लॉकडाऊन के दौरान 2 महीने तक बंद रही फैक्टरियों को फिर से खोलने की कवायद तेज़ हो रही है. फिक्की और ध्रुव अडवाइजर्स ने जून महीने में 100 से ज्यादा बिज़नेस फर्म्स के एक सर्वे में पाया है कि अभी करीब 30 फीसदी बिज़नेस फर्म्स अपनी क्षमता का 70 फीसदी से ज्यादा कैपेसिटी यूटिलाइजेशन कर रहे हैं जबकि 45 फीसदी बिज़नेस फर्म्स ने उम्मीद जताई है की वो निकट भविष्य में 70 फीसदी से ज्यादा कैपेसिटी यूटिलाइजेशन करने लगेंगे.
सर्वे में ये बात सामने आयी है की अधिकतर बिज़नेस फर्म्स को खर्च संभालने, कमज़ोर डिमांड और फाइनेंसियल लिक्विडिटी को लेकर चिंता है. फिक्की ने सर्वे रिपोर्ट में कहा है कि इस सुधार की प्रक्रिया को बनाये रखने के लिए ये जरूरी होगा कि सरकार उद्योग जगत की मदद करे. सर्वे में फिक्की और ध्रुव अडवाइजर्स को 22 फीसदी बिज़नेस फर्म्स ने बताया कि एक्सपोर्ट्स में हाल के दिनों में सुधार हुआ है.
फिक्की के एक रिलीज़ के मुताबिक 25 फीसदी बिज़नेस फर्म्स ने सर्वे के दौरान कहा - अनलॉकिंग का ऑर्डर बुक्स पर अच्छा असर पड़ा है, 21% ने कॅश फ्लो में सुधार होने की बात कही जबकि 30% ने कहा - उनके सप्लाई चेन में सुधार हो रहा है.
फिक्की ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में कहा है - बड़े स्तर पर सुधार धीरे-धीरे ही संभव हो सकेगा. रिपोर्ट में ये महत्वपूर्ण बात कही गयी है कि विदेशी निवेश और मर्जर और अधिग्रहण जैसे मसलों पर बिज़नेस फर्म्स अगले 6 से 12 महीने इंतज़ार करना बेहतर समझते हैं.
VIDEO:उद्योग जगत के लिए सकारात्मक है ये बजट: अध्यक्ष, फिक्की
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं