नई दिल्ली:
अन्ना हज़ारे के अनशन के आठवें दिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्र के जरिए उनसे सीधे संपर्क साधते हुए उपवास समाप्त करने की अपील की और वायदा किया कि सरकार के लोकपाल विधेयक के साथ ही संसद उनके जन लोकपाल विधेयक पर भी विचार कर सकती है। गांधीवादी कार्यकर्ता को लिखे पत्र में सिंह ने कहा, सरकार लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह करेगी कि लोकपाल विधेयक पर विचार कर रही संसद की स्थायी समिति के पास हज़ारे के जन लोकपाल विधेयक को भी भेजा जाए। उन्होंने समिति से यह आग्रह करने का भी आश्वासन दिया कि जितना जल्दी संभव हो वह लोकपाल विधेयक के प्रारूप को अंतिम रूप दे। सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने को लेकर उनकी सरकार के उद्देश्य हजारे पक्ष के ही समान हैं और संसद की सर्वोच्चता तथा संवैधानिक दायित्वों को दिमाग में रखते हुए संविधान सम्मत एवं जहां तक संभव हो सर्वोत्तम लोकपाल गठित करने के लिए वह किसी से भी बात करने को तैयार हैं। अनशन समाप्त करने की अपील करते हुए पत्र में उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों से, आपकी सेहत को लेकर मेरी चिंता बढ़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा, सरकार और आपके पक्ष के बीच मतभेद के बावजूद, मुझे नहीं लगता कि किसी को इस बात में संदेह होना चाहिए कि मैं या हमारी सरकार आपकी सेहत को लेकर कितनी चिंतित है। संविधान सम्मत लोकपाल बनाने की पत्र में बात करते हुए सिंह ने कहा, मुझे उम्मीद है कि आप मेरे सुझाव पर विचार करेंगे और अपना अनशन समाप्त करेंगे, ताकि आप तेजी से अपना पूर्ण स्वास्थ्य और ऊर्जा पा सकें।
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