कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन (Farmers Protest) तेज होता जा रहा है. किसान नेता आंदोलन को धार देने और समर्थन जुटाने के लिए महापंचायत कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में किसानों की महापंचायत लगातार जारी है. आज संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसान महापंचायत बुलाई, जिसमें हज़ारों की संख्या में भीड़ उमड़ी है. महापंचायत में महिलाओं की ज़बरदस्त भागीदारी देखने को मिली. महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने भी हिस्सा लिया.
बहादुरगढ़ में किसान महापंचायत में किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) भी पहुंचे. टिकैत ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "हम ऐसे ही महापंचायतें करते रहेंगे. ये महापंचायतें लोगों को जोड़ने के लिए कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि हम आंदोलनजीवी हैं. महात्मा गांधी भी थे, लालकृष्ण आडवाणी भी थे, उन्होंने ने भी राम मंदिर आंदोलन किया था."
टिकैत ने कहा कि क्या बीजेपी (BJP) के नेता लिखकर दे सकते हैं कि वो कभी आंदोलन नहीं करेंगे या रेल नहीं रोकेंगे. हम यहां चुनाव की बात नहीं कर रहे. हम किसानों की बात कर रहे हैं.
कृषि कानूनों पर सरकार से बातचीत के सवाल पर किसान नेता टिकैत ने कहा कि सरकार बुलाएगी तो जाएंगे. उन्होंने कहा कि कौन सा फोन नंबर है मोदी जी का, मुझे तो नहीं पता."
किसान आंदोलन पर संसद में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बुधवार को 'आंदोलनजीवी' शब्द का इस्तेमाल किया था, पीएम ने कहा कि पिछले कुछ समय से देश में 'आंदोलनजीवियों' की नई जमात पैदा हो गई है जो आंदोलन के बिना नहीं जी सकती.
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