"सूट-बूट वाले दोस्तों का कर्ज माफ... अन्नदाताओं की पूंजी साफ" : राहुल गांधी का सरकार पर वार

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 50 दिनों से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमा पर डटे हैं. प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं.

राहुल गांधी का कृषि कानूनों के विरोध में सरकार पर निशाना (फाइल फोटो)

खास बातें

  • कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी
  • राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना
  • अन्नदाताओं की पूंजी साफ करने में लगी सरकार : राहुल गांधी
नई दिल्ली:

केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ एक ओर किसान आंदोलन (Farmers Protest) पर बैठे हैं, तो दूसरी ओर विपक्षी पार्टियां खासकर कांग्रेस लगातार सरकार पर हमला बोल रही है.  कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़ी कांग्रेस (Congress) ने मोदी सरकार को एक बार फिर निशाने पर लिया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर कुछ पूंजीपतियों का कर्ज माफ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार अन्नदाताओं की पूंजी साफ करने में लगी है.

राहुल गांधी ने सोमवार को ग्राफिक्स शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा, "अपने सूट-बूट वाले दोस्तों का 875000 करोड़ क़र्ज़ माफ़ करने वाली मोदी सरकार अन्नदाताओं की पूंजी साफ़ करने में लगी है."

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 50 दिनों से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमा पर डटे हैं. प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं. सरकार की गतिरोध खत्म करने की अब तक की सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं. किसानों ने 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को दिल्ली में किसान परेड निकालने की चेतावनी दी है. 

इस बीच, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) कृषि कानूनों और दिल्ली की सीमाओं पर किसान के प्रदर्शनों से जुड़ी याचिकाओं पर आज सुनवाई करेगा. शीर्ष अदालत गतिरोध को समाप्त करने के लिए समिति के एक सदस्य के अलग कर लेने के मामले पर भी ध्यान दे सकती है. 

वीडियो: कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस का मार्च, राजभवन का घेराव करने पर चलाया वाटर कैनन
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