मुंबई:
शीना बोरा मर्डर केस की जांच के सिलसिले में मुंबई के पूर्व पुलिस चीफ राकेश मारिया और अन्य दो पुलिस अधिकारियों से सीबीआई ने हाल में पूछताछ की है.
दरअसल घटना के बाद शुरू में राकेश मारिया के नेतृत्व में ही पुलिस ने जांच की थी लेकिन बाद में उन्हें एकाएक हटा दिया गया और पिछले सितंबर में अपेक्षाकृत लो-प्रोफाइल वाले असाइनमेंट के रूप में होम गार्ड्स का डायरेक्टर जनरल नियुक्त कर दिया गया.
मारिया के अलावा दो अन्य पुलिस अधिकारियों देवेन भारती और सत्य नारायण चौधरी के भी बयान सीबीआई ने दर्ज किए. माना जाता है कि राकेश मारिया दिन-प्रतिदिन की जांच को सीधे तौर पर इस मामले को देख रहे थे. इस वजह से ही उन्हें मुंबई पुलिस चीफ के पद से हटा दिया गया.
राकेश मारिया (58) ने निजी तौर पर कथित आरोपियों से घंटों पूछताछ की थी जिनमें शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति एवं पूर्व मीडिया टायकून पीटर मुखर्जी का नाम शामिल है. शीना बोरा की कथित रूप से इंद्राणी, उसके ड्राइवर और पूर्व पति ने 2012 में हत्या कर लाश मुंबई के पास झाडि़यों में दफना दी थी.
राकेश मारिया की जांच के दौरान लगभग रोज नए-नए राज खुल रहे थे और उसी के बीच एकाएक उनको हटाकर अहमद जावेद को पुलिस कमिश्नर बना दिया गया. इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, ''सभी केसों पर समान रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए.'' हालांकि राज्य सरकार ने कहा था कि राकेश मारिया ही इस जांच का नेतृत्व करेंगे लेकिन बाद में केस को सीबीआई को हस्तांतरित कर दिया गया.
गौरतलब है कि राकेश मारिया 1993 की मुंबई ब्लास्ट केस की सफलतापूर्वक जांच के बाद सुर्खियों में आए. उनको पूर्ववर्ती कांग्रेस-एनसीपी सरकार में मुंबई पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था.
दरअसल घटना के बाद शुरू में राकेश मारिया के नेतृत्व में ही पुलिस ने जांच की थी लेकिन बाद में उन्हें एकाएक हटा दिया गया और पिछले सितंबर में अपेक्षाकृत लो-प्रोफाइल वाले असाइनमेंट के रूप में होम गार्ड्स का डायरेक्टर जनरल नियुक्त कर दिया गया.
मारिया के अलावा दो अन्य पुलिस अधिकारियों देवेन भारती और सत्य नारायण चौधरी के भी बयान सीबीआई ने दर्ज किए. माना जाता है कि राकेश मारिया दिन-प्रतिदिन की जांच को सीधे तौर पर इस मामले को देख रहे थे. इस वजह से ही उन्हें मुंबई पुलिस चीफ के पद से हटा दिया गया.
राकेश मारिया (58) ने निजी तौर पर कथित आरोपियों से घंटों पूछताछ की थी जिनमें शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति एवं पूर्व मीडिया टायकून पीटर मुखर्जी का नाम शामिल है. शीना बोरा की कथित रूप से इंद्राणी, उसके ड्राइवर और पूर्व पति ने 2012 में हत्या कर लाश मुंबई के पास झाडि़यों में दफना दी थी.
राकेश मारिया की जांच के दौरान लगभग रोज नए-नए राज खुल रहे थे और उसी के बीच एकाएक उनको हटाकर अहमद जावेद को पुलिस कमिश्नर बना दिया गया. इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, ''सभी केसों पर समान रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए.'' हालांकि राज्य सरकार ने कहा था कि राकेश मारिया ही इस जांच का नेतृत्व करेंगे लेकिन बाद में केस को सीबीआई को हस्तांतरित कर दिया गया.
गौरतलब है कि राकेश मारिया 1993 की मुंबई ब्लास्ट केस की सफलतापूर्वक जांच के बाद सुर्खियों में आए. उनको पूर्ववर्ती कांग्रेस-एनसीपी सरकार में मुंबई पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था.
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