केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि जंग जैसे हालात से जूझते यमन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन पर नजर रखना 'पाकिस्तानी दूतावास में जाने से कम रोमांचक है।'
पूर्व सेना प्रमुख जनरल सिंह एक हफ्ते से जिबूती में हैं और भारतीय नौसेना, वायुसेना और एयर इंडिया द्वारा चलाए चलाए जा रहे बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, 'यह एक मुश्किल काम है, लेकिन अगर आप रोमांच की बात करें तो मेरे ख्याल से पाकिस्तान उच्चायोग जाने की तुलना में यह कम रोमांचक दिखता है।'
दरअसल जनरल सिंह ने पिछले महीने पाकिस्तान दिवस के मौके पर पाकिस्तानी दूतावास में आयोजित एक समारोह में शिरकत की थी। इस कार्यक्रम में मीरवाइज उमर फारूख, सैयद अली शाह गिलानी और यासीन मलिक जैसे अलगाववादी नेता भी शामिल थे।
विपक्षी पार्टियों ने पाकिस्तानी उच्चायोग में हुए समारोह में सिंह के शिरकत पर नाखुशी जताई थी। वहीं इस डिनर पार्टी को अटेंड करने के बाद जनरल सिंह ने #disgust और #duty हैशटैग्स वाले ट्वीट किए थे।
उनके इन ट्वीट्स से विवाद हो गया था, जिसके बाद सिंह ने कहा था कि उनके ट्वीट मीडिया के उस हिस्से के लिए थे, जो उनकी सरकार के इरादे पर सवाल खड़े कर रहे थे।
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