फाइल फोटो
वायनाड (केरल):
केरल वन विभाग ने अनूठी पहल करते हुए बीमार और घायल हाथियों के परिवहन के लिए एम्बुलेंस सेवा शुरू की है। हाथी दस्ते से संबद्ध रेंज वन अधिकारी सुधीर नरोथ ने बताया कि एक नए ट्रक को जंगली जानवरों को लाने-ले जाने के लिए खरीदा गया है!
इस ट्रक में जानवरों के लिए एक 1000 लीटर क्षमता की पानी की टंकी है। नरोथ ने कहा, 'इसका मूल्य 20 लाख रुपए है और मूल रूप से यह जंगल में मानव-पशु संघर्ष को कम करने के लिए हमारी रणनीति का हिस्सा है।' उन्होंने कहा कि कई बार जंगली हाथियों का झुंड जंगलों से बाहर आता है तो मनुष्य के लिए मुसीबत बन जाता है।
इस दौरान, बंधक प्रशिक्षित हाथियों (कुंकी हाथी दस्ते) के लिए स्वीकार्य नियमों का उपयोग किया जाता है और हाथियों को वापस जंगल भेज दिया जाता है।' नरोथ ने बताया कि एम्बुलेंस वन्य जीवों को चिकित्सा मुहैया कराने के अलावा हाथियों को उस स्थान पर ले जाया जाता है, जहां जंगली जानवर होते हैं।
इस ट्रक में जानवरों के लिए एक 1000 लीटर क्षमता की पानी की टंकी है। नरोथ ने कहा, 'इसका मूल्य 20 लाख रुपए है और मूल रूप से यह जंगल में मानव-पशु संघर्ष को कम करने के लिए हमारी रणनीति का हिस्सा है।' उन्होंने कहा कि कई बार जंगली हाथियों का झुंड जंगलों से बाहर आता है तो मनुष्य के लिए मुसीबत बन जाता है।
इस दौरान, बंधक प्रशिक्षित हाथियों (कुंकी हाथी दस्ते) के लिए स्वीकार्य नियमों का उपयोग किया जाता है और हाथियों को वापस जंगल भेज दिया जाता है।' नरोथ ने बताया कि एम्बुलेंस वन्य जीवों को चिकित्सा मुहैया कराने के अलावा हाथियों को उस स्थान पर ले जाया जाता है, जहां जंगली जानवर होते हैं।
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