प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के प्रमुख मौलाना साद के चार सहयोगियों का बयान दर्ज किया है. चारों सहयोगी मरकज के कर्मचारी हैं. उनसे विदेशों से प्राप्त खर्चों और दान की दिन-प्रतिदिन वित्त व्यवस्था से जुड़े सवाल किए गए. कर्मचारियों ने पूछताछ में दावा किया कि मौलाना साद के तीन बेटे और भतीजे ने मरकज का सारा फाइनेंशियल काम संभाल रखा है. बताया जा रहा है कि ED जल्द मौलाना साद को समन भेजकर उससे भी पूछताछ करेगी.
बताते चलें कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है. क्राइम ब्रांच की टीम बीते गुरुवार मौलाना साद के शामली डिस्ट्रिक्ट के पास कांधला के फार्म हाउस पर पहुंची थी. पुलिस की टीम वहां पीपीई किट के साथ पहुंची थी. साद ने दिल्ली पुलिस को बताया था कि उसने अपना कोरोनावायरस टेस्ट कराया था और उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद देश की राजधानी दिल्ली देश के शीर्ष कोरोनवायरस हॉटस्पॉट बनकर उभरी. इस कार्यक्रम में भारत सहित कई देशों के जमाती पहुंचे थे. बता दें कि मार्च में कई देशों के हजारों तबलीगी जमात के सदस्यों ने यहां आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया था, जिसमें कोरोनोवायरस से जुड़ी चेतावनियों और सावधानियों की अवहेलना की गई. इस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद जमाती अपने-अपने शहर व देश लौट गए और इस कारण वहां भी कोरोना के केसों की संख्या तेजी से बढ़ी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी मौलवी मौलाना साद और 6 अन्य को आरोपी बनाकर केस दर्ज किया है.
VIDEO: मरकज में देश-विदेश से फंडिंग की जांच शुरू
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