Ladakh Clash: पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष (Ladakh Clash) के करीब एक सप्ताह बाद चीन की सेना ने स्वीकार किया है कि उनका कमांडिंग ऑफिसर इस दौरान मारा गया था. सूत्रों के अनुसार, चीनी सेना (Chinese Army) की ओर से यह बात दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत के दौरान स्वीकार की गई. गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. झड़प में चीनी पक्ष के करीब 45 सैनिकों के मारे जाने या बुरी तरह से घायल होने की खबर सामने आई थी. हालांकि चीन ने हिंसक संघर्ष बाद अपने मारे गए या घायल सैनिकों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी.
जानकारी के अनुसार, लद्दाख में हिंसक झड़प उस समय शुरू हुई थी जब भारतीय सैनिक सीमा के भारत की तरफ चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे. चीन ने 6 जून को दोनों पक्षों के लेफ्टिनेंट जनरल-रैंक के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद इस टेंट को हटाने पर सहमति जताई थी. सूत्रों ने कहा कि चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय कर्नल बीएल संतोष बाबू को निशाना बनाने के बाद एक शारीरिक संघर्ष छिड़ गया और दोनों पक्षों के बीच डंडों, पत्थरों और रॉड का जमकर इस्तेमाल हुआ था.लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष (Ladakh Clash) के बाद एलएसी के आसपास तनाव की स्थिति है. दोनों देशों की बीच सैन्य स्तर की बातचीत जारी है लेकिन इसमें अभी तक कोई अंतिम नतीजे पर पहुंचा नहीं जा सका है.भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि गालवान घाटी पर हुई इस झड़प मेंं 70 भारतीय सैनिक घायल हो गए हैं और कुछ ही हफ्तों में वे ड्यूटी पर लौट कते हैं. 1967 के बाद से एलएसी पर सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों का यह सबसे बड़ा टकराव माना जा रहा है. चीन ने दोनों पक्षों के बीच सैन्य बातचीत के दौरान बंधक बनाए गए 10 भारतीय सैनिकों को रिहा किया था. सूत्रों ने यह जानकारी दी थी.
हिंसक झड़प के मुद्दे पर बुधवार को भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर बात हुई थी. इस बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से कहा कि 'चीनी सैनिकों ने पूर्व नियोजित और योजना के मुताबिक कार्रवाई की जो सीधे तौर पर लद्दाख की गालवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प का कारण बनी.' विदेश मंत्री ने दोटूक अंदाज में कहा कि 'इस घटना' से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा और चीन को अपनी कार्रवाई का पुनर्मूल्यांकन करने और सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है. दोनों नेताओं ने तनाव को काम करने पर सहमति जताई थी.
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