देहरादून:
उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ के बाद बचाव कार्य में लगी भारतीय वायुसेना ने वहां फंसे हजारों लोगों के लिए एक संदेश जारी किया है कि हमारे हेलीकॉप्टर तब तक नहीं रुकेंगे जब तक एक-एक आदमी को बाहर नहीं निकाल लिया जाता। आप हिम्मत न हारें।
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव व राहत कार्य में बाधा पैदा हो रही है, लेकिन वायुसेना का अभियान चलता रहेगा। खराब मौसम के बावजूद वायुसेना फंसे लोगों को निकालने के काम में लगी है। हरसिल−धरासू और रामपुर−कचर्म−पुह−सांगल इलाके में वायुसेना ने आज 52 उड़ाने भरकर 430 लोगों को निकाला है।
कई इलाकों जैसे बद्रीनाथ में अभी भी लगभग 5,000 लोग फंसे है, जिन तक पहुंचने में मौसम परेशानी पैदा कर रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों में भारी बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड में पिछले सप्ताह आई बाढ़ के कारण अभी भी लगभग 15,000 लोग फंसे है। 80,000 लोग को बचाया जा चुका है, 680 की मौत हो गई है और सैकड़ों अभी भी लापता है।
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव व राहत कार्य में बाधा पैदा हो रही है, लेकिन वायुसेना का अभियान चलता रहेगा। खराब मौसम के बावजूद वायुसेना फंसे लोगों को निकालने के काम में लगी है। हरसिल−धरासू और रामपुर−कचर्म−पुह−सांगल इलाके में वायुसेना ने आज 52 उड़ाने भरकर 430 लोगों को निकाला है।
कई इलाकों जैसे बद्रीनाथ में अभी भी लगभग 5,000 लोग फंसे है, जिन तक पहुंचने में मौसम परेशानी पैदा कर रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों में भारी बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड में पिछले सप्ताह आई बाढ़ के कारण अभी भी लगभग 15,000 लोग फंसे है। 80,000 लोग को बचाया जा चुका है, 680 की मौत हो गई है और सैकड़ों अभी भी लापता है।
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