नई दिल्ली:
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के प्रमुख घटक दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डएएमके) ने गुरुवार को कहा कि पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने सही ही कहा था कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम की अनुमति व उनकी मंजूरी के बाद किया गया था। डीएमके नेता व तमिल फिल्मों की अभिनेत्री खुशबू ने समाचार चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "राजा ने जो कहा था कि सरकार के वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी स्पेक्ट्रम आवंटन के निर्णय से अवगत थे, तो वह झूठ नहीं बोल रहे थे।" खुशबू ने कहा कि चिदम्बरम को इस बात की जानकारी थी और उन्हीं के अधीन राजा ने फैसले लिए थे, जिसके तहत 2001 के दर से 2008 में स्पेक्ट्रम आवंटन किए गए। उन्होंने कहा, "हमारे लिए यह बड़ी राहत है। डीएमके के लिए बड़ी राहत है।" उल्लेखनीय है कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में उस वक्त एक नया मोड़ आ गया जब केंद्रीय वित्त मंत्रालय से प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई एक टिप्पणी में यह खुलासा हुआ कि यदि तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अपने 'रुख पर अड़ जाते' तो 2008 में स्पेक्ट्रम की नीलामी हो सकती थी। राजा 2जी मामले में अपनी भूमिका को लेकर तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनके अलावा डीएमके सांसद व डीएमके अध्यक्ष एम. करूणानिधि की बेटी कनिमोझी भी इस मामले में तिहाड़ में हैं।