8 मंत्रियों के आरोपों पर डेरेक ओ ब्रायन ने पूछे 8 सवाल, कहा- आप तो एक का ही जवाब दे दीजिए

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने केंद्रीय मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर हमला बोला है. उन्होंने पूछा कि पीएम मोदी ने 5 साल में राज्यसभा में एक भी सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया.

8 मंत्रियों के आरोपों पर डेरेक ओ ब्रायन ने पूछे 8 सवाल, कहा- आप तो एक का ही जवाब दे दीजिए

डेरेक ओ ब्रायन ने केंद्रीय मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बोला हमला.

नई दिल्ली:

केंद्र के आठ मंत्रियों द्वारा संसद के मानसून सत्र को लेकर विपक्ष पर लगाए आरोपों का टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने खंडन किया है. डेरेक ओ ब्रायन ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय मंत्रियों की विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस बेबुनियाद थी. केंद्रीय मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि मानसून सत्र को समय से दो दिन पहले समाप्त करने के लिए विपक्ष ने धमकी दी थी. ओ ब्रायन ने केंद्रीय मंत्रियों के आरोपों के जवाब में पेगासस जासूसी कांड से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसद की गतिविधियों को लेकर 8 सवाल किए हैं. ओ ब्रायन ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है, उन्होंने कहा कि इन आठ सवालों में से एक ही सवाल का जवाब दे दीजिए.. उसके बाद संसद के बारे में हमसे बात करिये. विपक्ष के पास मजबूत आधार है और आप निराधार हैं.

टीएमसी सांसद ने पूछा, "प्रधानमंत्री संसद में ओबीसी बहस के दौरान क्यों गायब थे? पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा जी और मनमोहन सिंह जी इस बहस के दौरान मौजूद थे. प्रधानमंत्री मोदी कहां थे?"

ओ ब्रायन ने पूछा, "दोनों सदनों में 38 विधेयकों को लगभग 10 मिनट की चर्चा समय के साथ क्यों पारित कर दिया गया? लोकसभा से संसदीय जांच के लिए 10 में से केवल एक विधेयक ही क्यों गया? प्रत्येक 10 विधेयकों में से लगभग 4 विधेयक अध्यादेश क्यों हैं? पहले यह एक या दो था."

ओ ब्रायन ने पूछा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच वर्षों में राज्यसभा में एक भी सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया? मनमोहन सिंह जी ने 22 सवालों के जवाब दिए. दो साल में सरकार ने लोकसभा में डिप्टी स्पीकर क्यों नहीं चुना?"

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ओ ब्रायन ने पूछा, "आपने पेगासस, आंतरिक सुरक्षा, कृषि कानूनों को निरस्त करने पर चर्चा के लिए विपक्ष को अनुमति क्यों नहीं दी. सरकार का अपना तरीका होना चाहिए, विपक्ष को अपनी बात रखनी चाहिए. संसद चलाना किसका काम है? यह सरकार की जिम्मेदारी है या विपक्ष की जिम्मेदारी? और सरकार किसके प्रति जवाबदेह है?''