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This Article is From Nov 17, 2016

नोटबंदी के चलते टेरर फंडिंग और जाली नोटों पर लगेगी लगाम

नोटबंदी के चलते टेरर फंडिंग और जाली नोटों पर लगेगी लगाम
नई दिल्‍ली: दूसरी तरफ सुरक्षा के लिहाज से ये भी विचार हो रहा है कि हर पांच सालों में नोटों में कुछ बदलाव किए जाएं. फ़िलहाल जारी किए गए नए नोटों में आठ ऐसे फीचर हैं जिन्हें आसानी से नकल नहीं किया जा सकता. एक वरिष्‍ठ अफसर ने एनडीटीवी इंडिया को बताया, "हमारे पड़ोसियों को कम से कम एक साल लग जाएगा इनकी नक़ल करने में."

उनके मुताबिक़ नोटबंदी का असर आतंकी गतिविधियों पर भी पड़ेगा. उन्‍होंने बताया, "हर देश कुछ सालों में अपने नोटों में कुछ ना कुछ बदलाव लाता है, कुछ सिक्‍योरिटी फ़ीचर बदलता रहता है लेकिन भारत में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं हुआ था." उनके मुताबिक़ 1,000 के नोट में बदलाव सन 2000 में हुआ था जबकि 500 रुपये के नोट में 1987 में लाया गया था.

बहरहाल नोटबंदी से हो रही मुश्किलों के साथ सरकार अपने फ़ायदे भी गिनवा रही है. पहला यह कि फ़र्ज़ी नोट सर्कुलेशन से बाहर हो जाएंगे और दूसरा पाकिस्तान को एक साल का समय कम से कम लगेगा नए नोटों की नक़ल करने के लिए और दोनों ही लिहाज से भारत को अर्थव्यवस्था के लिए यह अच्छी बात है.

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