दिल्ली पुलिस ने एक बड़े फ़र्ज़ी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 12 महिलाओं समेत 84 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 64 लाख रुपये कैश बरामद हुआ है, 93 लैपटॉप मिले हैं. ये लोग ऐमज़ॉन के अधिकारी बनकर अमेरिका में ऐमज़ॉन के ग्राहकों से ठगी करते थे. शाहदरा के डीसीपी आर सत्थ्यसुंदरम के मुताबिक एक सूचना के बाद जगतपुरी इलाके के टाइल्स मार्किट में चल रहे फ़र्ज़ी कॉल सेंटर पर गुरुवार रात छापा मारा गया. जब पुलिस वहां पहुंची तो वहां मौजूद लोग अमेरिकी नागरिकों जो ऐमज़ॉन के कस्टमर हैं, उनको फोन लगाने में लगे थे. वो वीओआईपी कॉल के जरिये खुद को ऐमज़ॉन का अधिकारी बताकर उनकी समस्याएं सुलझाने के बहाने उनसे सिक्योरिटी मनी मांगते और नहीं देने पर कहते कि उनका सोशल सिक्योरिटी कार्ड नम्बर उन्होंने हैक कर लिया है. पुलिस को देखकर उन्होंने कॉल डिस्कनेक्ट कर दीं और भागने लगे. लेकिन पुलिस ने मौके से 84 लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें 12 महिलाएं हैं.
पूछताछ में पता चला कि भिवानी का रहने वाला राकेश इस कॉल सेंटर का केयरटेकर है. राकेश ने बताया कि कॉल सेंटर चलाने वाला उसका मालिक मन्नू सिंह है. राकेश के फोन से कई अमेरिका नागरिकों के नम्बर और वॉट्सएप ग्रुप मिले.
पुलिस के मुताबिक ये लोग ऐमज़ॉन के अमेरिकी ग्राहकों को एक मैसेज भेजते थे कि जिस पर लिखा होता था कि आपके ऐमज़ॉन अकाउंट में 1000 डॉलर क्रेडिट हो गए हैं. ये मैसेज देखकर ग्राहक फोन करते थे, फोन करते ही कॉल सेंटर में बैठा शख्स कहता था कि आपका सोशल सिक्योरिटी नम्बर हैक कर लिया गया है, ये तभी रिपेयर होगा जब आप ऐमज़ॉन स्टोर से कम से कम 99 डॉलर का गिफ्ट बाउचर खरीदो. जैसे ही कस्टमर कॉल सेंटर में बैठे शख्स के बताए लिंक पर पैसे भेजते वैसे ही इनके अकॉउंट में आ जाते.
पुलिस के मुताबिक कॉल सेंटर चलाने वाला मन्नू सिंह भिवानी का रहने वाला है. फिलहाल वो भिवानी जेल में हत्या के एक मामले में बंद है. उसे गुरुग्राम पुलिस ने बीते साल सितंबर में एक ऐसे ही कॉल सेंटर चलाने के आरोप में 30 लोगों के साथ गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में सुरजीत है जो कॉल सेंटर का सीनियर एडमिन है, दीपक यादव और जगदीप एडमिन हैं. पुलिस ने कॉल सेंटर से 64 लाख रुपये कैश, 93 लैपटॉप और 2 एसयूवी कार बरामद की हैं.
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