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This Article is From Oct 11, 2016

5 और 10 रु के नकली सिक्के बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान में करते थे सप्लाई

5 और 10 रु के नकली सिक्के बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान में करते थे सप्लाई
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा एवं राजस्थान के मॉल, बड़े बाजार में 5 एवं 10 रुपये के नकली सिक्के की सप्लाई की जा रही है. पुलिस टीम को 7 अक्टूबर को सूचना मिली कि नकली सिक्के से जुड़े गिरोह के सदस्य दिल्ली के शिव विहार पहुंच रहे हैं. पुलिस के मुताबिक 50 फुटा रोड पर कार से दो युवक कई बैग के पैकेट लेकर नीचे उतरे. पुलिस टीम ने दोनों को दबोच लिया. दोनों की पहचान गुलशन कुमार एवं सचिन उर्फ सोनू के रूप में हुई. गुलशन के पास से 5 रुपये के सिक्के बनाने के चार उपकरण एवं 5 रुपये के 113 नकली सिक्के बरामद हुए वहीं सचिन के पास से 20 पैकेट बरामद हुए. हर पैकेट में 20 हजार कीमत के 100 सिक्के थे.

दोनों की निशानदेही पर टीम ने उनके विजयलक्ष्मी पार्क शिव विहार निलोठी स्थित उनके किराए के मकान से 3.57 लाख रुपये कीमत के सिक्के बरामद किए. टीम ने इसके बाद अंबाला स्थित नकली सिक्का बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी की और वहां पर 82,030 रुपये कीमत के सिक्के बरामद किए. मौके से पॉलीसीलर मशीन, पोर्टेबल बैग समेत अन्य उपकरण सीज किए. टीम ने राजस्थान चूरू स्थित नवलगढ़ स्थित उनके एक अन्य स्थान पर छापेमारी की और वहां से 1.37 लाख कीमत के नकली सिक्के बरामद किए.
 
पूछताछ में गुलशन ने बताया कि उसकी पहले ड्राई-क्लीनिंग की दुकान थी. 2013 में उसकी दुकान में आग लगने से उसे भारी नुकसान हुआ था. 2014 में उसकी मुलाकात रमेश वर्मा से हुई, जिसने उसे नकली सिक्के की सप्लाई करने को कहा तो वह तैयार हो गया और 5 एवं 10 रुपये के सिक्के की सप्लाई रमेश वर्मा के साथ मिलकर करने लगा. बाद में उसने अपने भतीजे सचिन को रमेश से मिलवाया और उसे भी गिरोह में शामिल कर लिया. रमेश ने बाद में गुलशन एवं सचिव को उत्तम नगर निवासी स्वीकार लूथरा उर्फ सोनू से मिलवाया. दोनों उससे नकली सिक्के लेकर सप्लाई करते थे. 2015 में रमेश ने दोनों की मुलाकात हरियाणा निवासी नरेश से कराई जोकि इसी धंधे से जुड़ा था. रमेश, स्वीकार लूथरा एवं नरेश नकली सिक्के दिल्ली भेजते थे और इसके बाद गुलशन एवं सचिन हिसार एवं राजस्थान में इसकी सप्लाई करते थे.

2015 के अंत में रमेश ने गुलशन एवं सचिव को नकली सिक्के बनाने की फैक्ट्री लगाने को कहा तो दोनों तैयार हो गए और रमेश की मदद से उन्होंने साहा इंडस्ट्रियल एरिया, अंबाला में नकली सिक्के बनाने की फैक्ट्री शुरू कर दी. 5 एवं 10 रुपये के सिक्के बनाने के लिए वे लोहे का इस्तेमाल करते थे और नकली सिक्के वे विशेष तौर पर दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा एवं राजस्थान के मॉल एवं बड़े बाजार में सप्लाई करते थे. आरोपियों से पूछताछ के बाद स्पेशल सेल ने गिरोह के एक अन्य सदस्य जौहर धनी थाना नवलगढ़ झुनझुनू निवासी रामजी लाल सैनी (40) को भी चूरू राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से दो हाइड्रोलिक मिंटिंग मशीन, इलेक्ट्रिकल फिटिंग मशीन और 5 रुपये के 100 नकली सिक्के बरामद किए गए हैं.
 

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