लोकसभा में पास हो चुके तीन किसान विधेयकों (Farm Bills) को लेकर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भी मैदान में आ गए हैं. केजरीवाल ने किसानों के विरोध-प्रदर्शन के समर्थन में उतरते हुए कहा कि केंद्र सरकार के ये विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे. उन्होंने सभी विपक्षी पार्टियों से राज्यसभा में एकजुट होकर इसका विरोध करने को कहा.
केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, 'केंद्र के तीनों विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे. मेरी सभी ग़ैर भाजपा पार्टियों से विनती है कि राज्यसभा में एकजुट होकर इन विधेयकों का विरोध करें, सुनिश्चित करें कि आपके सभी MP मौजूद हों और वॉकआउट का ड्रामा ना करें. पूरे देश के किसान आपको देख रहे हैं.'
केंद्र के तीनों विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 18, 2020
मेरी सभी ग़ैर भाजपा पार्टियों से बिनती है कि राज्यसभा में एकजुट होकर इन विधेयकों का विरोध करें, सुनिश्चित करें कि आपके सभी MP मौजूद हों और वॉकआउट का ड्रामा ना करें। पूरे देश के किसान आपको देख रहे हैं
बता दें कि गुरुवार को लोकसभा में तीन किसान विधेयक पास कर दिए गए हैं, अब इन्हें राज्यसभा में पेश किया जाना है. गुरुवार को यह बिल पास होने के बाद विपक्षी पार्टियों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था. पार्टियों ने इन विधेयकों को 'किसान विरोधी' बताया है. पंजाब और हरियाणा के किसान जून में किसान अध्यादेश लाए जाने के बाद से ही इसका विरोध कर रहे हैं. मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद उनका विरोध-प्रदर्शन सड़कों पर उतर आया है.
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केंद्र के इन विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन इतना तेज हो चुका है कि बीजेपी की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल की इकलौती कैबिनेट मंत्री फूड प्रोसेसिंग मंत्री हरसिमरत कौर ने इन अध्यादेशों के खिलाफ विरोध में इस्तीफा दे दिया है और उनकी पार्टी ने कहा है कि वो एनडीए में बने रहने पर बाद में फैसला लेगी.
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