केंद्र सरकार वसंत कुंज चर्च पर हुए हमले को सांप्रदायिक हिंसा मान रही है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर भीम सेन बस्सी से बात कर पुलिस को हिदायत दी है कि इसकी जांच सांप्रदायिक दंगे के आधार पर की जाए।
पुलिस अभी तक इस मामले को एक चोरी का मामला बता रही थी। ईसाई धर्म के कुछ प्रतिनिधि गृहमंत्री से मिले और चर्च पर हो रहे हमलों को एक पैटर्न बताया।
इस मामले को लेकर एडवोकेट फ्रांसिस ने एनडीटीवी को कहा कि जिस तरह से दिल्ली में चर्च पर हमले हो रहे हैं, उनसे लगता है कि उन्हें सिर्फ टारगेट किया जा रहा है। इन हमलों में एक पैटर्न है, यह सब सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने की कोशिश के तहत किया जा रहा है।
फ्रांसिस ने कहा कि हम लोग गृहमंत्री से मिले और कहा कि जब पिछले हमले हुए थे तब भी सरकार ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाने की बात कही थी, लेकिन अब तक उनसे कुछ नहीं हुआ, लेकिन अब गृहमंत्री ने यकीन दिलाया है कि वह जांच को खुद मॉनिटर करंगे।
गृहमंत्री ने कहा है कि हर चर्च की सुरक्षा केंद्रीय सरकार की है इसीलिए जितनी जरूरत है, उतनी दी जाएगी।
क्रिश्चियन एसोसिएशन की महिला विंग की सदस्य निशा ने कहा कि राजनीतिक समाधान चाहते हैं, इसलिए राजनाथ सिंह से मिले थे।
इससे पहले मानव अधिकार आयोग भी गृह मंत्रालय दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार को नोटिस दे चुका है। आयोग ने मीडिया रिपोर्टों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए सेंट अल्फोंसा चर्च का दरवाजा तोड़कर अंदर रखी आस्था की पवित्र वस्तुओं को तहस-नहस किए जाने के मामले में रिपोर्ट मांगी है। एडवोकेट मनोज वी. जॉर्ज ने आरोप लगाया है कि चर्च के पादरी विन्सेंट सल्वाटोरे की लिखित शिकायत के बावजूद पुलिस न तो उचित एफआईआर दर्ज कर रही है और न ही प्रभावी जांच कर रही है।
आयोग के सदस्य जस्टिस किरिएक जोसेफ ने सोमवार को ही चर्च का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था। पिछले कुछ माह में चर्च पर हमले की घटनाएं दिलशाद गार्डन, रोहिणी तथा जसोला में हुई थीं। इसके पहले भी एनएचआरसी ने राष्ट्रीय राजधानी में चर्च पर हुए हमलों के मामलों में गत माह भी दिल्ली के मुख्य सचिव को नोटिस दिया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं