दिल्ली पुलिस ने 3 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो खुद को दिल्ली नगर निगम का अफसर बताकर दुकानदारों का ट्रेड लाइसेंस चेक करते थे और जिनके पास ट्रेड लाइसेंस नहीं होते थे उनसे पैसे ऐंठ लेते थे. पुलिस के मुताबिक, 3 जुलाई को शाहदरा के एक दुकानदार सतेंद्र शर्मा ने मानसरोवर पार्क थाने में शिकायत दी कि उनकी दुकान में 3 लोग आए और खुद को एमसीडी का अफसर बताते हुए ट्रेड लाइसेंस चेक करने लगे. फिर लाइसेंस नहीं होने और 3000 रुपये मांगने लगे. दुकानदार को जब कुछ शक हुआ तो उसने तीनों से आई कार्ड मांगा, जिसके बाद खुद को एमसीडी अफसर बताने वाले लोग भागने लगे. लेकिन दूसरे दुकानदारों की मदद से उनमें से एक शख्स को पकड़ लिया गया.
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जिसकी पहचान सीलमपुर के रहने वाले ओमप्रकाश के रूप में हुई. ओमप्रकाश से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके दोनों साथियों विकास पांचाल और सतीश गर्ग को भी गिरफ्तार कर लिया. इन लोगों ने बताया कि वो नकली एमसीडी अफसर बनकर ट्रेड लाइसेंस चेक करने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड ने लग्जरी कार चुराने वाले गिरोह के कुख्यात अपराधी 25 साल के शौकत अहमद मल्ला और 22 साल के मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार किया है. शौकत जम्मू-कश्मीर के बारामूला का रहने वाला है. वहां वो सरकारी ठेकेदार भी हैं, जबकि जुबैर यूपी के शामली का रहने वाला है. दोनों लोनी के रहने वाले रिंकू से चोरी के वाहन लेते थे, इसके बाद वाहनों की चेसिस, इंजन नंबरों को बदलकर उन वाहनों को कम कीमत में बेच दिया करते थे. शौकत अब तक 100 से ज्यादा गाड़ियों को कश्मीर घाटी ले जा चुका है. शक है कि कहीं इन गाड़ियों का इस्तेमाल आतंकवादी न करते हों. इसकी जांच के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम कश्मीर जाएगी.
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